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एनयूएसआरएल रांची में महिला सशक्तिकरण पर मंथन

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नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ रांची में शुक्रवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई.

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रांची. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल) रांची में शुक्रवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई. विषय था : मेज पर उनकी सीट : महिला आरक्षण अधिनियम 2023. मुख्य वक्ता एक्सआइएसएस रांची के निदेशक डॉ जोसेफ मरियानुस कुजूर एसजे थे. उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं सम्मान के साथ आगे बढ़ रही हैं. शिक्षा हो या प्रोफेशनल लाइफ समान भागीदारी नजर आ रही है. इसका श्रेय वैसे अभिभावकों को जाता है, जो अपनी बेटियों को आगे बढ़ने की सीख दे रहे हैं. साथ ही उनके सफल होने में साथ दे रहे हैं. वहीं समाज का एक वर्ग ऐसा भी है, जहां महिलाएं आज भी शोषण का शिकार हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं तभी सशक्त होंगी, जब उन्हें डिसिजन मेकर यानी निर्णय की भूमिका में अवसर मिलेगा. विशिष्ट वक्ता उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी की वीसी डॉ मधुलिका कौशिक ने लैंगिक समानता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज भी समाज पुरुष प्रधान विचारधारा को अपनाये हुए है. किसी भी क्षेत्र के अहम निर्णय में महिलाओं को नजरअंदाज किया जाता है. लड़कियों को शिक्षा का अवसर मिल रहा, लेकिन शिक्षित होने के बाद भी उन्हें बेहतर अवसर नहीं दिये जाते. योग्य होने के बाद भी महिलाओं को कम आंका जाता है. यही कारण है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में महिला शिक्षक व प्राध्यापक तो हैं, पर गिने-चुने संस्थान में ही महिलाओं को कुलपति जैसा अति विशिष्ट पद मिला है. वहीं, एनयूएसआरएल के वीसी डॉ अशोक आर पाटिल ने महिला आरक्षण अधिनियम 2023 के महत्व पर प्रकाश डाला.

देश-विदेश के विवि के शोधपत्र साझा

तकनीकी सत्र के दौरान देश-विदेश के 30 यूनिवर्सिटी से आवेदन के आधार पर प्राप्त शोधपत्र को साझा किया गया. विभिन्न संस्थानों से प्राप्त 107 में से 54 शोधपत्र को तकनीकी सत्र में साझा किया गया. इनमें सात शोधपत्र यूनिवर्सिटी ऑफ काेलंबो, सेंटर ऑफ लीगल एंड पॉलिटिकल साइंस रियो-डीजेनेरियो, जगन्नाथ यूनिवर्सिटी ढाका, संत पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ चटगांव बांग्लादेश और यूनिवर्सिटी ऑफ इडेनबर्ग के शोधार्थियों ने साझा किया. इस अवसर पर डॉ संगीता लाहा, डॉ प्रिया सफाना, एकफाइ विवि के वीसी डॉ रामन कुमार झा, रजिस्ट्रार डॉ जीबी पटनायक, डॉ शालिनी साबू, डॉ चंदन कुमार साहू, शिल्पी शिवांगी आदि मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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