16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Free Books : झारखंड में अब नौवीं व 10वीं के छात्रों को भी फ्री किताब, इतने लाख छात्रों को दी जाएगी किताबें

Advertisement

पूरे झारखंड में लगभग तीन लाख छात्रों को दी जायेंगी किताबें

Audio Book

ऑडियो सुनें

free book distribution in jharkhand, jharkhand book distribution in school रांची : राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले नौवीं और 10वीं के छात्रों को भी इस वर्ष से नि:शुल्क किताबें दी जायेंगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में जेसीइआरटी से प्रस्ताव मांगा है. विभाग इस प्रस्ताव को योजना विकास विभाग के पास भेजेगा. सरकार के स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद छात्रों को किताबों का वितरण किया जायेगा.

- Advertisement -

अनुमान है कि नौवीं और 10वीं के तीन लाख छात्रों को किताबें दी जायेंगी, जिस पर लगभग 19 करोड़ रुपये खर्च आयेगा. गौरतलब है कि अब तक राज्य में पहली से आठवीं तक के सभी विद्यार्थियों और नौवीं व 10वीं की छात्राओं को ही नि:शुल्क किताबें दी जाती रही हैं.

शिक्षा विभाग ने एनसीइआरटी से मांगी थीं किताबें

राज्य में नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम से होती है. शिक्षा विभाग ने नौवीं से 12वीं तक की किताब छपाई के लिए एनसीइअारटी से कॉपीराइट ली है. वर्ष 2014-15 तक शिक्षा विभाग ने एक प्रिंटर को नौवीं से 12वीं तक की किताबें छापने की अनुमति थी.

Also Read: Happy Birthday Shibu Soren : दिशोम गुरु के संघर्ष पर अनुज सिन्हा की 3 किताबें, CM हेमंत करेंगे लोकार्पण

प्रिंटर द्वारा बाजार में किताबें उपलब्ध करायी जाती थीं. शिक्षा विभाग ने वर्ष 2015 के बाद प्रिंटर को किताबें छापने की अनुमति नहीं दी. इससे विद्यार्थियों को किताबें मिलने में परेशानी होने लगी. शिक्षा विभाग ने एनसीइआरटी से हिंदी माध्यम में किताबें उपलब्ध कराने का आग्रह किया, लेकिन एनसीइआरटी ने समय पर किताबें उपलब्ध कराने में असमर्थता जता दी.

Posted By : Sameer Oraon

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें