17.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 08:49 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड से गुजरात जाने की तैयारी कर रही है आर्सेलर मित्तल कंपनी, आयकर विभाग ने जतायी आपत्ति

Advertisement

झारखंड में 54756 करोड़ रुपये की परिसंपत्तिवाली आर्सेलर मित्तल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एएमआइपीएल) झारखंड से गुजरात जाने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल अनुषंगी कंपनी में विलय की अनुमति मांगी है

Audio Book

ऑडियो सुनें

झारखंड में 54756 करोड़ रुपये की परिसंपत्तिवाली आर्सेलर मित्तल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एएमआइपीएल) झारखंड से गुजरात जाने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ( एनसीएलटी) अहमदाबाद में याचिका दायर कर गुजरात स्थित अपनी ही अनुषंगी कंपनी (आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड) में विलय की अनुमति मांगी है. झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त प्रभाकांत ने इस विलय पर आपत्ति दर्ज करायी है.

साथ ही इस सिलसिले में मुख्य सचिव को पत्र लिख कर राज्य का मंतव्य एनसीएलटी में पेश करने का अनुरोध किया है. आर्सेलर मित्तल का राज्य सरकार के साथ भी कोई इश्यू हो सकता है. इसलिए राज्य सरकार अपने मामले की जांच कर एनसीएलटी में अपना पक्ष पेश करे.

कंपनी पर कुल 56.91 करोड़ रुपये टैक्स बकाया :

आर्सेलर मित्तल द्वारा एनसीएलटी में विलय के लिए दायर याचिका पर ट्रिब्यूनल ने झारखंड आयकर विभाग की राय मांगी थी. इस मामले में झारखंड आयकर विभाग ने एनसीएलटी में पक्ष पेश करते हुए झारखंड की कंपनी को गुजरात की कंपनी में विलय पर आपत्ति दर्ज करायी है. आयकर विभाग की ओर से दायर जवाब में कहा गया है कि कंपनी के साथ विभाग का टैक्स का मुद्दा है. कंपनी पर विभाग का कुल 56.91 करोड़ रुपये टैक्स का बकाया है.

विभाग ने मूल्यांकन वर्ष 2020-21 के लिए आयकर अधिनियम की धारा 143(1) के तहत 56.85 करोड़ रुपये का डिमांड क्रिएट किया है. इसके अलावा 2008-09 का 5.10 लाख रुपये, 2009-10 का 165 रुपये और 2011-12 का 5,250 रुपये का टीडीएस डिमांड है. कंपनी की असेसमेंट प्रोसिडिंग भी चल रही है. ऐसी स्थिति में एएमआइपीएल का गुजरात की आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड में विलय से असेसमेंट प्रोसिडिंग प्रभावित होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें