15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Jharkhand News : लॉकडाउन की वजह से पढ़ाई छोड़ देंगे 43 फीसदी दिव्यांग छात्र!

Advertisement

Coronavirus Lockdown, Education, Disabled Students: रांची/नयी दिल्ली : कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा में आ रही दिक्कतों के कारण करीब 43 प्रतिशत दिव्यांग बच्चे पढ़ाई छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है. दिव्यांग लोगों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन स्वाभिमान ने मई में झारखंड, ओड़िशा, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, चेन्नई, सिक्किम, नगालैंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में यह सर्वेक्षण किया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची/नयी दिल्ली : कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा में आ रही दिक्कतों के कारण करीब 43 प्रतिशत दिव्यांग बच्चे पढ़ाई छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है. दिव्यांग लोगों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन स्वाभिमान ने मई में झारखंड, ओड़िशा, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, चेन्नई, सिक्किम, नगालैंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में यह सर्वेक्षण किया.

- Advertisement -

इस सर्वेक्षण में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों समेत कुल 3,627 लोगों ने भाग लिया. सर्वेक्षण के अनुसार, 56.5 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों को मुश्किलें आ रही हैं, तब भी वे रोजाना कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं. 77 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि वे दूरस्थ शिक्षा के तरीकों से वाकिफ नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं कर पायेंगे.

सर्वेक्षण में पाया गया कि 56.48 प्रतिशत छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं, जबकि बाकी के 43.52 प्रतिशत छात्र पढ़ाई छोड़ने का मन बना रहे हैं. इसमें कहा गया है कि 39 प्रतिशत दृष्टिबाधित छात्र कई छात्रों के एक साथ बात करने के कारण विषयों को समझने में सक्षम नहीं हैं.

Also Read: झारखंड में बिना मास्क सड़क पर निकले लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ रही पुलिस, जब्त कर रही मोबाइल
ये हैं दिव्यांग छात्रों की दिक्कतें

करीब 44 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों ने शिकायत की कि वेबीनार में सांकेतिक भाषा का कोई दुभाषिया मौजूद नहीं होता. 86 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि वे तकनीक का इस्तेमाल करना नहीं जानते और करीब 81 फीसदी शिक्षकों ने कहा कि उनके पास दिव्यांग छात्रों तक पहुंचाने के लिए शिक्षण सामग्री नहीं है.

बच्चों की जरूरतों से वाकिफ हैं शिक्षक

सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘शिक्षकों ने यह भी कहा कि 64 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों के पास घर में स्मार्टफोन या कम्प्यूटर नहीं है. 67 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन शिक्षा के लिए टैब या कम्प्यूटर की आवश्यकता है.’ इसमें कहा गया है कि 74 प्रतिशत दिव्यांग बच्चों ने कहा कि उन्हें पढ़ाई के लिए डेटा/वाई-फाई की आवश्यकता है, जबकि 61 प्रतिशत ने सहायक की आवश्यकता बतायी.

अलग-अलग होती हैं दिव्यांग बच्चों की जरूरतें

सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गयी एक रिपोर्ट में कोविड-19 वैश्विक महामारी के वक्त नीतिगत बदलावों और आवश्यक संशोधनों की सिफारिश की है. स्वाभिमान की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी श्रुति महापात्रा ने कहा कि सभी दिव्यांग बच्चों को एक समूह में नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उनमें अलग-अलग शारीरिक अक्षमताएं होती हैं और इसलिए उनकी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं.

Also Read: कोडरमा में 13 बांग्लादेशी भेजे गये जेल, बिना मास्क घूम रहे 18 लोगों की बाइक जब्त

उन्होंने कहा, ‘मौजूदा महामारी से दिव्यांग छात्र पीछे रह सकते हैं. अगर फौरन उचित कदम नहीं उठाये गये, तो शिक्षा और जीवन जीने के उनके अधिकार को अपूर्णीय क्षति हो सकती है.’

Posted By : Mithilesh Jha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें