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आज से चैत्र नवरात्र शुरू, रांची के इंद्रपुरी में भक्त ने दिखायी हठयोग साधना देखिये वीडियो

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रांचीः चैत्र नवरात्र के शुरू होते ही भक्तों में मां की भक्ति का असर दिखने लगा है. मां की भक्ति का अलग -अलग तरीका है. कोई उपवास रखकर मां को खुश करने की कोशिश करता है, तो कोई पूजा अर्चना के जरिये माता के प्रति अपनी श्रद्धा दर्शाता है. रांची के इंद्रपुरी इलाके में बाबा […]

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रांचीः चैत्र नवरात्र के शुरू होते ही भक्तों में मां की भक्ति का असर दिखने लगा है. मां की भक्ति का अलग -अलग तरीका है. कोई उपवास रखकर मां को खुश करने की कोशिश करता है, तो कोई पूजा अर्चना के जरिये माता के प्रति अपनी श्रद्धा दर्शाता है. रांची के इंद्रपुरी इलाके में बाबा पितांबर नामक एक भक्त ने अपनी छाती पर ग्यारह कलशों की स्थापना की है. बाबा नौं दिन बगैर अन्न जल ग्रहण किये मां की भक्ति करेंगे. यह पहली बार नहीं है जब यह भक्त इस तरह मां के प्रति अपनी श्रद्धा दर्शा रहा हैं.

पितांबर बाबा 2011 से इसी तरह कलश स्थापना करते आ रहे हैं. पितांबर बाबा के इस प्रयास से आसपास के लोगों में भी मां के प्रति श्रद्धा बढ़ रही है. आसपास के लोगों का कहना है कि बाबा ने जिस तरह समाज कल्याण के लिए कलश स्थापित किया है उससे लोगों को प्रेरणा मिल रही है. इस इलाके में इस तरह के कलश स्थापना करने वाले पितांबर बाबा पहले हैं इसलिए आसपास के इलाकों से भी लोग उन्हें देखने आ रही है.

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वैष्णव देवी से आकर पितांबर मां की अनोखी पुजा में लगे हैं. उनका कहना है कि कलश स्थापना के बाद उन्हें ऐसा लगता है जैसे वह मां के आंचल में आराम कर रहे हैं. उन्हें इस तरह के कलश स्थापना करने के बाद जरा भी पीड़ा नहीं होती और मन को शांति मिलती है. इस साधना को हठयोग साधना कहते हैं यह बड़ा कठिन होता है और हर साधारण व्यक्ति इस तरह की साधना नहीं कर सकता. जिस तरह मां के पेट में बच्चा नौं महीनें तक रहता है ठीक उसी तरह हमलोग भी नौं दिनों तक रहते हैं.

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