28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 03:49 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने बड़गांव निवासी मनोज महतो, उन्नत कृषि तकनीक से कर रहे अच्छी खेती

Advertisement

मन में अगर कुछ करने का जज्बा हो, तो कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता. इस बात को सच कर दिखाया है रामगढ़ जिला अंतर्गत मांडू प्रखंड के बड़गांव निवासी मनोज कुमार महतो ने. आमतौर पर पढाई- लिखाई करने के बाद लोग खेती- बारी करना नहीं चाहते, लेकिन बड़गांव निवासी मनोज कुमार महतो, पिता कार्तिक महतो व उसकी पत्नी सरिता कुमारी ने आधुनिक कृषि को ही अपना जीविकोपार्जन का साधन बना लिया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

कुजू (रामगढ़) : मन में अगर कुछ करने का जज्बा हो, तो कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता. इस बात को सच कर दिखाया है रामगढ़ जिला अंतर्गत मांडू प्रखंड के बड़गांव निवासी मनोज कुमार महतो ने. आमतौर पर पढाई- लिखाई करने के बाद लोग खेती- बारी करना नहीं चाहते, लेकिन बड़गांव निवासी मनोज कुमार महतो, पिता कार्तिक महतो व उसकी पत्नी सरिता कुमारी ने आधुनिक कृषि को ही अपना जीविकोपार्जन का साधन बना लिया. इससे न सिर्फ मनोज की आमदनी बढ़, बल्कि अन्य किसानों के प्रेरणास्त्रोत भी बन गये. पढ़ें धनेश्वर प्रसाद की रिपोर्ट.

प्रगतिशील किसान मनोज अपने 2 एकड़ जमीन में उन्नत तकनीक से विभिन्न फसल लगाकर अपनी आय को बढ़ाने में लगे हैं. मनोज लौकी, टमाटर, मिर्चा, प्याज, खीरा, तरबूज, गेहूं, सरसो, करेला, आलू आदि की आधुनिक व उन्नत तकनीक के सहारे खेती कर रहे हैं. इन सब्जियों की पैदावार और अधिक हो, इसके लिए उन्होंने सरकार से पॉली हाउस और सोलर संचालित सिंचाई व्यवस्था की मांग की है.

Also Read: भीषण गर्मी से दर्जनों चमगादड़ तोड़ रहे दम

नौकरी नहीं मिलने के बाद जुटे खेती में

स्नातक की पढ़ाई के बाद खेती से जुड़ा मनोज कुमार महतो ने जनता उच्च विद्यालय, चैनपुर से मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद रामगढ़ कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की. उसके बाद विनोवा भावे विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद इलेक्ट्रोनिक्स में पटना से डिप्लोमा प्राप्त किया. नौकरी के लिए कई जगह प्रयास किये, लेकिन सफलता नहीं मिली. इससे मनोज निराश नहीं हुआ और खुद ही कुछ करने को सोचा.

Also Read: मैंने एक अभिभावक खो दिया, यह मेरी व्यक्तिगत क्षति, राजेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री हेमंत ने दी श्रद्धांजलि

खेती- किसानी का लिया प्रशिक्षण

नौकरी नहीं मिलने पर उसने अपने आप को आधुनिक खेती में पूरी तरह ढाल लिया. उन्होंने वर्ष 2012-13 में मनरेगा से अपने जमीन में कूप का निर्माण कराया तथा इससे सिंचाई कर खेती करने लगे. मनोज कुमार महतो आधुनिक खेती करने के लिए सपोर्ट संस्था मांडू, बिरसा जैविक उद्यान, भूमि संरक्षण डेमोटांड़, टीएसआरडीएस (TSRDS) घाटोटांड़, केवीके (KVK) मांडू, सजंता फाउंडेशन इंडिया के तहत खेती- किसानी संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त किया. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वे अपने खेत में आधुनिक खेती करने लगे.

टपक विधि से करते हैं खेती

मनोज ने करीब एक एकड़ भूमि में टपक विधि (ड्रिप एरिगेशन) के माध्यम से गेंहू की फसल लगाये. उन्होंने बताया कि टपक विधि से खेती करने से पानी की काफी बचत होती है. फसल में ज्यादा घास नहीं निकलने के साथ मजदूरी कम लगती है. साथ ही फसल की उपज भी अच्छी होती है.

Also Read: सावधान! झारखंड में भीषण गर्मी का कहर जारी, मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट

फसलों में जीवा अमृत बनाकर करते हैं छिड़काव

अपने खेत में कीटनाशक दवाईयों का बहिष्कार करते हुए जैविक कीटनाशकों का ही प्रयोग करते हैं. मनोज जैविक कीटनाशक जीवाअमृत बना कर फसलों में छिड़काव करते हैं. इससे फसलों में कीड़ा नहीं लगता है. साथ ही फसल भी काफी अच्छे तरीके से तैयार होता है. वहीं भूमि की उर्वरा शक्ति भी बरकरार रहती है.

अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत

खेती- किसानी में रमे मनोज महतो अपने खेत में काफी समय देते हैं. जैविक व उन्नत तकनीक के माध्यम से फसलों की पैदावार बढ़ाने को प्रयासरत हैं. मनोज के खेतों की फसलों को देखने आसपास के किसान भी आते हैं. मनोज कहते हैं कि जैविक खेती से एक साथ दोहरा लाभ मिलता है. एक तो खेतों की मिट्टी की उर्वरकता बरकरार रहती है, वहीं फसल का उत्पादन भी बेहतर होता है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें