27.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 03:09 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Jharkhand Assembly Election 2024: ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी, सड़क नहीं तो वोट नहीं

Advertisement

पिछले 15 वर्षों से प्रखंड मुख्यालय से 10 गांवों को जोड़नेवाले भजनिया से पंसा जानेवाले मुख्य पथ चुनावी मुद्दा बनता आ रहा है. लेकिन, किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया. ग्रामीणों ने इस बार चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jharkhand Assembly Election 2024| मोहम्मदगंज(पलामू), कुंदन कुमार : प्रखंड मुख्यालय से 10 गांवों को जोड़नेवाले भजनिया से पंसा जानेवाले मुख्य पथ का खस्ता हाल है. ग्रामीणों के मुताबिक, सड़क की यह स्थिति करीब 18 साल से बनी हुई है. पिछले 15 वर्षों से यह चुनावी मुद्दा बनता आ रहा है. लेकिन, किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया. जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण अब तक इस सड़क का निर्माण नहीं हो सका. सड़क नहीं बनने से नाराज ग्रामीणों ने इस बार चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही है.

- Advertisement -

सिर्फ आश्वासन मिला

ग्रामीणों ने बताया कि सांसद व विधायक को भी कई बार इस सड़क की बदहाल स्थिति एवं आवागमन की परेशानी से अवगत कराया गया. लेकिन, सिर्फ आश्वासन ही मिला. लोकसभा व विधानसभा चुनाव में ग्रामीण इसे चुनावी मुद्दा बनाते हैं. इस पर प्रशासन व चुनाव लड़नेवाले प्रत्याशी आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं. वही, प्रशासन भी बेखबर हो जाता है. इस बार भी 10 गांवों के ग्रामीणों ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया है. उनका कहना है कि अब आश्वासन से काम नहीं चलेगा. ग्रामीणों ने चुनाव के प्रति अपनी उदासीनता जाहिर की है. उनका कहना है कि दगा देने वाले जनप्रतिनिधियों को वोट देकर जिताने से क्या फायदा है. चुनाव आता है, तो लोग सड़क निर्माण कराने का वादा करते हैं और बाद में भूल जाते हैं.

15 हजार की आबादी है प्रभावित

ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क हर मौसम में खराब रहती है. हल्की बारिश होने पर यह सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं रहती. 15 हजार आबादी के लिए यह सड़क जानलेवा साबित हो रही है. वाहन से चलने वाले लोग जान हथेली पर रख कर सफर करते हैं. यह सड़क प्रखंड के भजनिया से कोलुहुवा, बीरधवर, सहार बिहरा, गाजी बिहरा, लेमुवा टीकर, सोनबरसा, बडीहा, पंसा गांव तक जाती है.

झाऱखंड विधानसभा चुनाव की खबरें यहां पढ़ें

मरीजों व स्कूली बच्चों को होती है परेशानी

मरीजों व स्कूली बच्चों को खासा परेशानी होती है. बरसात में यदि कोई बीमार पड़ जाता है, तो उसे अस्पताल ले जाने में ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. प्रभावित गांव के श्याम बिहारी सिंह, रजनीश सिंह, रितेश सिंह, बिनोद सिंह, बाबर अंसारी, अवधेश राम, अर्जुन राम, गिरजा राम, सोविन्द प्रसाद गुप्ता, रामप्रवेश मेहता, अखिलेश मेहता आदि ग्रमीण सड़क की दुर्दशा पर जनप्रतिनिधियों को आज भी कोसते हैं.

Read Also: Jharkhand Assembly Election 2024: पलामू प्रमंडल में बदला राजनीतिक परिदृश्य, कांग्रेस की कमजोर हुई धार, जानिए कैसा रहा है इतिहास

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें