24.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 07:01 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनायी गयी

Advertisement

गलवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनायी गयी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

डॉ राजेंद्र के विचार व सिद्धांत आज भी प्रासंगिक फोटो 3 डालपीएच- 3 प्रतिनिधि, मेदिनीनगर मंगलवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर शहर के छहमुहान के पास कार्यक्रम का आयोजन हुआ. देश रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद सेवा संस्थान ने जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया. जयंती के अवसर पर लोगों ने डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष नवीनचंद्र कुमार ने की. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि उनका जीवन सादगी पूर्ण व्यतीत हुआ. वे विलक्षण प्रतिभा के धनी थी. उनके विचार व सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है. उनके जीवन दर्शन से देशवासियों को प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद अपनी जिम्मेवारी का निर्वह्न पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ करते थे. उनका मानना था कि समर्पण भाव के साथ ईमानदारी पूर्वक काम करने से ही समाज व देश का भला होगा. लोगों ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी रही है. उनके विचारों से प्रभावित होकर झारखंड के कई लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय थे. इस अवसर पर सरकार व प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन करने की जरूरत बताया.लोगों ने इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री से पहल करने की मांग की है. लोगों ने कहा कि भारत के संविधान के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. आजादी के बाद वे देश के प्रथम राष्ट्रपति बने और इस पद पर रहकर राष्ट्रहित में उल्लेखनीय कार्य किया है. उनके जीवन दर्शन व विचारों को आमजनों तक पहुंचाने की जरूरत है. संस्थान के सदस्यों ने शाम में उनकी प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी. मौके पर विनित कुमार, झामुमो के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिन्हा, नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश सिंह उर्फ मंगल सिंह, गोपाल कृष्ण वर्मा, राकेश सिन्हा, सतीशचंद्र जौरीहर, नवल सहाय, अजय कृष्ण वर्मा, आलोक वर्मा, सुधीर सहाय, रंजन सिन्हा, सदन प्रसाद, अजय वर्मा, प्रदीप सिन्हा, अमित सहाय, सुमित वर्मा, लोकेश चंद्रा, सुनील सहाय, स्नेह रंजन श्रीवास्तव, लाल बहादुर सिन्हा, संजय शरण, अमर सहाय,कमल सिन्हा, शशांक सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें