23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Christmas 2021: बीसीसी यूनियन चर्च में क्रिसमस पर कोरोना से मुक्ति के लिए होगी विशेष प्रार्थना

Advertisement

Christmas 2021: एक विदेशी चरवाहा जब घूमते-घूमते पलामू के मेदिनीनगर पहुंचा तो उन्हें चर्च की कमी महसूस हुई और उन्होंने चर्च का निर्माण कराया. इसके निर्माण में तत्कालीन ब्रिटिश मिशनरियों की भी योगदान रहा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Christmas 2021: झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर में सौ साल पुराने भवनों में शामिल है बीसीसी यूनियन चर्च. इसके बगल से जाने वाली सड़क का नाम भी इसके कारण चर्च रोड पड़ा. बीसीसी चर्च का पूरा नाम ब्रिटिश क्राइस्ट ऑफ यूनियन चर्च है. इसके वर्तमान पादरी फादर प्रभु रंजन मसीह के पास उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार जो रिकॉर्ड बुक उपलब्ध है उसमें वॉल्यूम टू लिखा हुआ है. फादर का कहना है कि वॉल्यूम वन जो नष्ट हो गया, उसमें चर्च की स्थापना काल का जिक्र था. जिसके मुताबिक इसका निर्माण 100 साल से पहले ही हुआ था. पहले ये लाल बांग्ला चर्च के नाम से भी मशहूर था. इस बार विश्व को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना की जायेगी.

- Advertisement -

एक विदेशी चरवाहा जब घूमते-घूमते यहां पहुंचा तो उन्हें चर्च की कमी महसूस हुई और उन्होंने चर्च का निर्माण कराया. चर्च के निर्माण में तत्कालीन ब्रिटिश मिशनरियों की भी योगदान रहा. खास कर बाडेड साहब, फादर सिवेन  नियॉन, उनकी पत्नी रोजा नियॉन आदि का काफी योगदान रहा. यह चर्च पहले अपने लाल रंग की दीवारों के लिए लाल बांग्ला चर्च के नाम से भी मशहूर था. इसके अंदर रंगीन बेल्जियम ग्लास की खिड़कियां हैं, जिसमें से छनकर आने वाली सूर्य किरणें काफी खूबूसरत दिखती हैं. यहां मिशनरियों के प्रोटेस्टेंट पंथ के अनुयायी आराधना करते हैं.

Also Read: Christmas 2021: शांति की रानी महागिरजाघर में इस बार कैसे मनेगा क्रिसमस, आयोजन को लेकर क्या है तैयारी

जब मार्टिन लूथर द्वारा कैथोलिक पंथ का विरोध उनके धार्मिक आयोजनों में होने वाले आडंबर के लिए किया गया था, तब से उनके अनुयायी प्रोटेस्टेंट कहलाये. इस चर्च में इसी प्रोटेस्टेंट पंथ के मिशनरी ही आते हैं. इनके विश्वास के मुताबिक चर्च के अंदर अन्य कैथोलिक चर्च की तरह प्रभु यीशु की कोई प्रतिमा नहीं होती है, बल्कि यहां सिर्फ क्रूस ही होता है जिसके सामने बाइबल का पाठ किया जाता है. शुरुआती दिनों में यहां 108 प्रोटेस्टेंट पंथ के मिशनरी थे. वर्तमान में इनकी संख्या 200 है.

Also Read: Jharkhand News: बोकारो के गैराज में खड़ी गाड़ी का गिरिडीह के घघरी टोल प्लाजा में कैसे कटा टोल टैक्स

यूनियन चर्च के पादरी फादर प्रभु रंजन मसीह, सचिव यूजे सोनवरे व खजांची मीणा मेविस कुमार का कहना है कि वे हमेशा सादगी से बड़ा दिन मनाते हैं. कोरोना के कारण चर्च के बाहर होने वाले नृत्य-गीत के आयोजन पर रोक लगा दिया गया था. परिस्थिति को देखते हुए इस पर निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि विश्व को कोरोना से मुक्त करने के लिए विशेष प्रार्थना की जायेगी.

Also Read: Jharkhand News: लुगु पहाड़ पर लगेगा 1500 मेगावाट का हाइडल पावर प्लांट, डीवीसी की यह परियोजना क्यों है खास

रिपोर्ट: सैकत चटर्जी

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें