13.1 C
Ranchi
Sunday, February 16, 2025 | 03:55 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

संताल परगना में खतरे में आदिवासियों का अस्तित्व, बढ़ रही मुस्लिम आबादी, पाकुड़ में बोले बाबूलाल मरांडी

Advertisement

झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने संताल परगना में मुस्लिम आबादी बढ़ने पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सरकार को एसआईटी गठित कर जांच करानी चाहिए कि कैसे आदिवासी आबादी घट रही है और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पाकुड़, रमेश भगत : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी गुरुवार को पाकुड़ के दौरे पर आए हैं. इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने घुसपैठ की समस्या पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि संताल परगना में आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है. यहां के आदिवासियों की संख्या लगातार कम हो रही है. वहीं मुसलमानों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐेसे में संथाल परगना में जैसे पहाड़िया गिने-चुने दिखाई देते हैं, उसी तरह संथाल भी यहां दिखाई देंगे. बातें भापजा के प्रदेश अध्यक्ष सह झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को पाकुड़ परिसदन में प्रेसवार्ता के दौरान कहा.

बड़े पैमाने पर हुआ मुस्लिमों का घुसपैठ : बाबूलाल

बाबुलाल मरांडी ने कहा कि 1951 से लेकर 2011 तक की जनगणना के अनुसार संताल परगना में लगातार मुसलमानों की संख्या में वृद्धि हुई है. कहा जा सकता है कि बड़े पैमाने पर झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों का प्रवेश हुआ है. साल 1951 की जनगणना के अनुसार संताल परगना में आदिवासियों की संख्या 44.67 फीसदी थी, मुस्लिमों की संख्या 9.44 फीसदी और अन्य लोगों की जनसंख्या 45.9 फीसदी थी. साल 1961 की जनगणना में आदिवासियों की संख्या 44.67 फीसदी से घटकर 38.24 फीसदी हो गई, मुस्लिमों की संख्या 9.44 फीसदी से बढ़कर 13.77 फीसदी हो गई वहीं अन्य लोगों की आबादी 48 फीसदी रही.

1971 में मुस्लिमों की आबादी 14.62 फीसदी और 2011 में 22.73 फीसदी आबादी

1971 की जनगणना के अनुसार आदिवासियों की संख्या में फिर गिरावट आई. साल 1971 में आदिवासियों की जनसंख्या 36.22 फीसदी रही, मुस्लिमों की आबादी 14.62 फीसदी हो गई. वहीं अन्य लोगों की आबादी 49.2 फीसदी हो गई. वहीं साल 1981 की जनगणना के अनुसार आदिवासियों की आबादी 36.80 फीसदी रही, मुस्लिम आबादी 16.44 फीसदी तक रही. वहीं अन्य लोगों की आबादी 46.8 फीसदी हो गई. साल 1991 की जनगणना में आदिवासियों की संख्या में फिर गिरावट दर्ज की गई जबकि मुस्लिमों की आबादी में बढ़ोतरी. 1991 में आदिवासी आबादी 31.89 फीसदी, मुस्लिम आबादी 18.25 और अन्य लोगों की आबादी 49.9 फीसदी रही.

आदिवासियों की आबादी में लगातार गिरावट

वहीं साल 2001 की जनगणना के अनुसार आदिवासियों की आबादी 29.90 फीसदी रही, मुसलमानों की आबादी 20.59 फीसदी रही और अन्य लोगों की आबादी 49.5 फीसदी रही. वहीं साल 2011 की जनगणना के अऩुसार आदिवासियों की आबादी 28.11 फीसदी पहुंच गई. मुस्लिम आबादी बढ़कर 22.73 फीसदी और अन्य लोगों की आबादी 49.2 फीसदी रह गई.

हाईकोर्ट ने सभी उपायुक्तों को दिया घुसपैठियों की पहचान करने का निर्देश

बाबूलाल ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान बांग्लादेश घुसपैठिये धीरे-धीरे झारखंड में प्रवेश करते गए. हाईकोर्ट ने बाग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने का निर्देश सभी उपायुक्तों को दिया है. बीजेपी झारखंड की वर्तमान सरकार से एसआईटी टीम गठित कर जांच करने की मांग करती है कि आदिवासी की संख्या में इतनी गिरावट गिरावट कैसे हो गई. यहां के आदिवासी लोग कहां चले गए. उनकी जगह किसने ली.

बीजेपी सरकार आने पर पहली कैबिनेट में एसआईटी होगी गठित

बाबूलाल ने बताया कि यदि झारखंड की वर्तमान सरकार एसआईटी गठित नहीं करती है तो हमारी सरकार आने पर पहली कैबिनेट में एसआईटी गठित करने का फैसला लिया जाएगा. नहीं तो अगले 50 सालों में संथाल परगना में शायद ही आदिवासी लोग दिखाई देंगे. उन्होंने बताया कि यह बात पार्टी के सामने तब चिंताजनक रुप से सामने आई जब राजमहल विधानसभा एक बूथ में एक समाज के मतदाताओं में 123 फीसदी की वृद्धि देखी गई. इसलिए पार्टी संथाल परगना के डेमाग्राफिक बदलाव को लेकर एसआईटी गठन की मांग करती है.

Also Read : हेमंत सोरेन सरकार संथाल के साथ कोल्हान में भी बदल रही डेमोग्राफी, अमर बाउरी ने जमशेदपुर में साधा निशाना

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें