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10 वर्ष से टूटा है लोहरदगा का पचंबा बांध, सुधि लेने वाला कोई नहीं, गरीब किसान रोजगार की तलाश कर रहे हैं मजबूरन पलायन

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किसानों व ग्रामीणों ने झारखंड पार्टी के नेताओं को बताया कि इस बांध से लगभग पांच सौ एकड़ भूमि सिंचित होती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि 10 वर्षों से किसान जिला प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं, बांध में पानी नहीं रहने के कारण किसान धान फसल जैसे तैसे करते हैं. सिंचाई के साधन नहीं होने से रबी का फसल नहीं लगा पाते हैं. नतीजतन गरीब किसान रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य में निकल जाते हैं तथा छह महीने बाद किसान घर वापस आते हैं.

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लोहरदगा : प्रखंड के सलगी पंचायत के कांशीटांड रोचो भाया सलगी मुख्य पथ पर स्थित पचंबा बांध पिछले 10 वर्ष से टूटा पड़ा है. किसानों द्वारा सांसद से लेकर राज्यसभा संसद व विधायक से लेकर मुखिया तथा जिला प्रशासन को आवेदन देने के बाद भी अभी तक इस बांध की किसी जनप्रतिनिधि ने सुध नहीं ली है. झारखंड पार्टी के नेता पवन तिग्गा पचंबा बांध पहुंचे तथा किसानों से जानकारी लेने के बाद उपायुक्त से मिल कर मांग पत्र सौंपने की बात कही.

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किसानों व ग्रामीणों ने झारखंड पार्टी के नेताओं को बताया कि इस बांध से लगभग पांच सौ एकड़ भूमि सिंचित होती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि 10 वर्षों से किसान जिला प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं, बांध में पानी नहीं रहने के कारण किसान धान फसल जैसे तैसे करते हैं. सिंचाई के साधन नहीं होने से रबी का फसल नहीं लगा पाते हैं. नतीजतन गरीब किसान रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य में निकल जाते हैं तथा छह महीने बाद किसान घर वापस आते हैं.

बांध का मेढ़ टूटने से एक दर्जन गांव का आवागमन टूट गया है. जिसके चलते ‌प्रखंड मुख्यालय आने के लिए लगभग 25 किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है. मौके पर राजेंद्र लोहरा, महावीर सिंह, राहुल भारती,‌ पंचम बैठा, उर्मिला देवी, गायत्री देवी, मैंना देवी,‌ मटरू प्रजापति, सतीश उरांव, पचुवा उरांव, रामेश्वर उरांव, राजेश उरांव, रोशन उरांव, दिलीप उरांव, बसंत प्रजापति, लालू उरांव, शिवचरण महतो, सुनिल उरांव, भंवरा मुंडा, भैया राम उरांव, संजय उरांव, सुरेश उरांव, सुशील उरांव, शोले उरांव, प्रसाद महली, लहरु महली, बालेश्वर महतो, चरकु महली, विनोद महली, लक्ष्मण लोहरा, यशोदा लोहरा, कइला लोहरा, भोला लोहरा, बलराम उरांव सहित अन्य शामिल थे.

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