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लोहरदगा इस अस्पताल में लोगों के इलाज के बदले रहते हैं पुलिस के जवान, कई बुनयादी दवाओं का है अभाव

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पाखर हिंडाल्को कंपनी द्वारा पाखर बाक्साइट माइंस में कार्य कर रहे मजदूरों की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए बनाया गया आरोग्यम अस्पताल में सुविधा नदारद है. अस्पताल में मरीजों का इलाज नहीं किया जाता है.

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पाखर हिंडाल्को कंपनी द्वारा पाखर बाक्साइट माइंस में कार्य कर रहे मजदूरों की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए बनाया गया आरोग्यम अस्पताल में सुविधा नदारद है. अस्पताल में मरीजों का इलाज नहीं किया जाता है. मजदूरों की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गयी है. अस्पताल में ना तो डॉक्टर है, न ही इलाज की समुचित व्यवस्था है. अस्पताल को कंपनी द्वारा पुलिस पिकेट में तब्दील कर दिया गया है.

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जहां मरीज को होना चाहिए वहां पुलिस के जवान रह रहे हैं. पाखर कंपनी में कार्य कर रहे मजदूरों का कहना है कि किसी प्रकार की बीमारी होने पर मजदूरों को सीधे किस्को या लोहरदगा रेफर कर दिया जाता है. वहीं मजदूरों की सुविधा के लिए कंपनी द्वारा बनाये गये अस्पताल का उपयोग पुलिस फोर्स कर रहे हैं. तबीयत खराब होने पर कंपनी द्वारा एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं दी जाती है. लोगों को अपना वाहन बुक कर इलाज के लिए जाना पड़ता है.

अस्पताल में ना तो डॉक्टर रहते हैं, न ही दवा उपलब्ध रहता है. वहीं अस्पताल में बेड की सुविधा भी नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि हिंडालको द्वारा पूर्व में मरीजों की सुविधा के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गयी थी. किसी की तबीयत खराब होने पर पहले कंपनी के अस्पताल में इलाज किया जा रहा था. यहां नहीं संभालने पर दूसरे जगह भेजा जाता था. परंतु फिलहाल कोई सुविधा नहीं दी जाती है. तबीयत खराब होने पर सीधे किस्को या लोहरदगा भेज दिया जाता है. अस्पताल में डॉक्टर कभी नहीं रहते हैं.

एंबुलेंस सुविधा भी सही प्रकार से लोगों को उपलब्ध नहीं करायी जाती है. कंपनी मात्र लोगों को गुमराह करने का कार्य कर रही है. लोगों को सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराना कंपनी का काम है. परंतु कंपनी द्वारा किसी प्रकार की सुविधा लोगों को नहीं दी जाती है. इस संबंध में हिंडाल्को मैनेजर एसपी झा से बात करने पर उन्होंने कहा कि मीडिया में बयानबाजी देने के लिए प्रकाश से बात करें. वहीं हिंडाल्को के प्रकाश साहू का कहना है कि मामूली इलाज के लिए अस्पताल खोला गया है. वहां के लोगों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. जबकी सरकार द्वारा पाखर के लोगों के लिए कुछ व्यवस्था नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रकार की परेशानी लोगों को हो रही है, तो उसकी जांच की जायेगी एवं व्यवस्था दुरुस्त किया जायेगी.

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