नामांकन पंजी के रिकॉर्ड में वन टाइम कर सकते हैं सुधार : डीएसइ
डीएसइ विकेश कुणाल प्रजापति ने बताया कि सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि पर्याप्त साक्ष्य के साथ बच्चों के नामांकन पंजी के रिकॉर्ड में वन टाइम सुधार कर सकते हैं.
जामताड़ा. राज्य के स्कूली बच्चों के अपार आइडी बनाने में हो रही परेशानी को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव ने सभी जिलों को निर्देश पत्र जारी किया है. डीएसइ विकेश कुणाल प्रजापति ने प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि प्रधानाध्यापक पर्याप्त साक्ष्य के साथ बच्चों के नामांकन पंजी के रिकॉर्ड में वन टाइम सुधार कर सकते हैं. यूआइडी की ओर से जारी बच्चों के आधार में पर्याप्त साक्ष्य के साथ उनके नाम, जन्मतिथि व अन्य रिकार्ड में वन टाइम संशोधन कर सकते हैं. बच्चों के नामांकन पंजी और यू डायस प्लस में बच्चों के रिकॉर्ड को प्रधानाध्यापक बच्चों के माता-पिता से पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त करें. इसके लिए साक्ष्य के रूप में जन्म प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड या शपथ-पत्र लिया जा सकता है. इसके आधार पर नामांकन पंजी में वन टाइम संशोधन किया जा सकता है, जिससे कि अपार कार्ड व स्कूल पंजी में बच्चे का रिकॉर्ड एकरूपता हो और उनका अपार आइडी बन सके. क्योंकि अपार कार्ड बनाने के लिए बच्चों के स्कूल पंजी एवं आधार कार्ड के रिकॉर्ड में एकरूपता होना अनिवार्य है. कहा कि शिकायतें मिल रही थी कि कई बच्चों का नामांकन पंजी एवं आधार कार्ड के रिकॉर्ड में एकरूपता नहीं होने के कारण अपार आइडी नहीं बन पा रहा है. इसे देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर जामताड़ा के शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है. इसके पालन के लिए सभी स्कूलों को निर्देश दिया है, ताकि अपार कार्ड बनाने में छात्र छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों को कोई परेशानी ना हो.
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