जामताड़ा. झारखंड के पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने जामताड़ा से बांग्लादेश कनेक्शन और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर व संविधान पर की गयी विवादास्पद टिप्पणी पर गंभीर आपत्ति जतायी है. उन्होंने इसे लोकतंत्र और देश की एकता के लिए खतरनाक करार दिया है. जामताड़ा में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे मिथिलेश ठाकुर ने कहा बांग्लादेश से चावल भेजने का जो मामला सामने आया है. वह निश्चित रूप से गंभीर है. इस पर शीघ्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. ऐसे मामलों को नजरअंदाज करना देश और समाज के लिए नुकसानदेह हो सकता है. उन्होंने इस तरह के कनेक्शन को न सिर्फ गंभीर, बल्कि एक राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा भी बताया. कहा कि यह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान और बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के बारे में दी गई टिप्पणी पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. कहा कि गृहमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठकर इस प्रकार की टिप्पणी करना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. संविधान और इसके निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान करना न केवल हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ है, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने जैसा है. यह भी कहा हम जिस संविधान के सुरक्षा कवच में रहते हैं, उसके खिलाफ बयान देना देश को वैश्विक मंच पर कमजोर करना है. भाजपा के नेताओं के मन में संविधान और बाबा साहेब के प्रति जो विचार है वे अब स्पष्ट रूप से सामने आ चुका है. कहा कि हमें अपने लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा करनी चाहिए और ऐसे बयानों का कड़ा विरोध करना चाहिए. मौके पर झामुमो नेत्री चमेली देवी, युवा नेता प्रदीप मंडल, सादिक अंसारी, चंचल राय, तनवीर आलम आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है