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विश्व मच्छर दिवस आज, जमशेदपुर में जनवरी से जुलाई 2023 तक जिले में मलेरिया के इतने लोगों की हुई जांच

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मच्छरों की 3500 से ज्यादा प्रजातियां होती हैं, जिनमें से कुछ मादा प्रजातियों के मच्छर ही इंसानों को काटते हैं. मादा मच्छर को अपने अंडों के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है और इंसानों के खून से मच्छरों को प्रोटीन मिलती है.

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हर साल 20 अगस्त को मच्छर जनित बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है. ब्रिटिश चिकित्सक सर रोनाल्ड रॉस ने 20 अगस्त 1897 को मादा एनाफिलीज मच्छर की खोज की थी. जो मलेरिया बीमारी का मुख्य कारण है. एक मच्छर की उम्र दो महीने से कम होती है. नर मच्छर 10 दिनों तक व मादा मच्छर 6 से 8 हफ्ते तक जिंदा रहता है. मादा मच्छर एक वक्त में करीब 300 अंडे देती है. जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ असद ने बताया कि मच्छरों के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी बुखार जैसी बीमारियां फैलती हैं. समय पर इलाज न हो तो जानलेवा हो सकती हैं. ऐसे में मच्छरों से बचाव जरूरी है.

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मच्छरों की कितनी प्रजातियां होती है

मच्छरों की 3500 से ज्यादा प्रजातियां होती हैं, जिनमें से कुछ मादा प्रजातियों के मच्छर ही इंसानों को काटते हैं. मादा मच्छर को अपने अंडों के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है और इंसानों के खून से मच्छरों को प्रोटीन मिलती है. यही कारण है कि मच्छर स्किन पर सुई जैसे डंक से लोगों को काट लेते हैं. मच्छरों के काटने के बाद त्वचा पर खुजली, सूजन और अन्य गंभीर इंफेक्शन हो जाता है. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां हैं.

एमजीएम मेडिकल कॉलेज में होती है डेंगू की जांच

एमजीएम मेडिकल कॉलेज को छोड़ कहीं भी डेंगू की जांच नहीं होती है, जिसके कारण जिले में चल रहे सभी अस्पतालों से जिला सर्विलेंस विभाग में डेंगू जांच के लिए नमूना आता है जिसको जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है.

जनवरी से जुलाई 2023 तक जिले में मलेरिया के 122389 लोगों की हुई जांच

जिले में जनवरी से जुलाई 2023 तक एक लाख 22 हजार 389 लोगों की मलेरिया की जांच की गयी जिनमें 824 लोग पॉजिटिव पाये गये है. इनमें सबसे ज्यादा मुसाबनी में 337 मरीज मिले. वहीं डुमरिया में 235 मलेरिया से पीड़ित पाये गये. वहीं जिले में सात साल में 1264 डेंगू के मरीज मिले हैं, जिसमें 2017 में सबसे ज्यादा 457 मरीज मिले थे. विभाग के अनुसार चार लोगों की मौत डेंगू से हो गयी थी. उसके बाद 2019 में 414 डेंगू के मरीज मिले थे लेकिन उस दौरान एक भी मौत नहीं हुई. वहीं 2023 में अभी तक विभाग के द्वारा 1789 लोगों की जांच करायी गयी जिसमें 258 डेंगू के मरीज मिले है. वहीं चाकुलिया के एक व्यक्ति की मौत डेंगू से हो गयी.

वर्ष – चिकनगुनिया जांच – पॉजिटिव – मौत

  • 2017-123-09-00

  • 2018-03-00-00

  • 2019-177-19-00

  • 2020-00-00-00

  • 2021- 159-15-00

  • 2022- 03-01-00

  • 2023- 1794-44-00

वर्ष – जापानी बुखार जांच – पॉजिटिव – मौत

  • 2017- 108-02-01

  • 2018-125-06-00

  • 2019-219-28-02

  • 2020-37-02-00

  • 2021-123-13-00

  • 2022- 183-15-00

  • 2023- 69-00-00

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जिले में जनवरी से जुलाई 2023 तक जिले में ब्लॉक बाइज मिले मलेरिया के मरीज

ब्लॉक – जांच – मिले पॉजिटिव

  • बहरागोड़ा-11358-27

  • चाकुलिया-9760-32

  • धालभूगढ़-10604-38

  • घाटशिला- 11013-34

  • मुसाबनी-12458-337

  • डुमरिया-7611-235

  • पोटका-17587-47

  • जुगसलाई-17707-12

  • पटमदा-9213-10

  • अर्बन- 15078-52

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