Jamshedpur News : पूर्वी सिंहभूम के 13 अस्पतालों को मॉडल सेंटर के रूप में किया जायेगा विकसित

Jamshedpur News : जिले में रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य संबंधित बेहतर सेवा मिले, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गयी है. जिले के 13 अस्पतालों को मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 16, 2024 12:51 AM

खासमहल सदर अस्पताल सहित कई सीएचसी व पीएचसी को किया जायेगा विकसित

स्वास्थ्य केंद्रों के विकास पर प्रति वर्ष दो लाख से लेकर 75 लाख रुपये तक खर्च होंगे

Jamshedpur News :

जिले में रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य संबंधित बेहतर सेवा मिले, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गयी है. जिले के 13 अस्पतालों को मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा. इसमें खासमहल सदर अस्पताल सहित कई सीएचसी व पीएचसी शामिल है. इसके विकास पर प्रति वर्ष दो लाख रुपये से लेकर 75 लाख रुपये तक खर्च होंगे. इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने बताया कि रांची में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद कई अहम निर्णय लिये गये. इसमें खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले, इस पर विशेष फोकस किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन सभी अस्पतालों का नाम कायाकल्प और राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के लिए भी भेजा जायेगा. दरअसल, कायाकल्प और एनक्यूएएस की टीम रांची और दिल्ली से जांच करने आती है. उसके कई मानक तय होते हैं, जिसपर स्वास्थ्य केंद्रों की जांच होती है. अगर, इन सभी मानकों पर स्वास्थ्य केंद्र खरा उतरता है तो उसे केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पुरस्कार मिलता है. इसके तहत मिलने वाली राशि स्वास्थ्य केंद्र पर खर्च करने के साथ डॉक्टर और कर्मचारियों के बीच भी वितरण किया जाता है.

इन सेंटरों को मॉडल बनाया जायेगा

सदर अस्पताल, जमशेदपुरमुसाबनी के रंगमटिया, जामशोल व माटीगोरा स्वास्थ्य केंद्रजुगसलाई के घोड़ाबांधा पीएचसीबालीगुमा और बिरसानगर यूपीएचसी

चाकुलिया के बर्दिकनपुर और मटियाबांधी स्वास्थ्य केंद्रघाटशिला के बाराजुड़ी

धालभूमगढ़ के रावतारा व मौदासोली स्वास्थ्य केंद्रपोटका के मुर्गागुट्टू स्वास्थ्य केंद्र

किस पर कितना होगा खर्च

सदर अस्पताल- 75 लाख रुपये प्रति वर्षसामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी)- 10 लाख रुपये प्रतिवर्षप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी)- पांच लाख रुपये प्रतिवर्षस्वास्थ्य उपकेंद्र- दो लाख रुपये प्रतिवर्ष

ये होगा काम

भवन की मरम्मति तथा रंग-रोगनचाहरदीवारी की मरम्मत तथा रंग-रोगन

विद्युत व्यवस्थापेयजल की व्यवस्था

साफ-सफाईमरीजों एवं उनके परिजनों के बैठने की व्यवस्था

दवा, चिकित्सीय मशीन एवं उपकरणसोलर लाइट

रेफ्रिजरेटरशौचालय की उपलब्धता

अग्निशमन की व्यवस्थावृक्ष रोपण एवं बागवानी. इसके साथ ही अन्य आवश्यक आकस्मिक कार्य

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