
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर उनसे पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सोमवार (29 जनवरी) को सुबह-सुबह पहुंच गई. जैसे ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने झारखंड में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

राजधानी रांची में राजभवन के सामने प्रदर्शन किया गया. केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ नारेबाजी की गई. वहीं, पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-33) को झामुमो कार्यकर्ताओं ने जाम कर दिया.

जमशेदपुर में पारडीह से लेकर बॉम्बे चौक तक वाहनों की लंबी कतार लग गई. दरअसल, झामुमो कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर रांची-टाटा मार्ग पर बैठ गए, जिसकी वजह से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया.लोकत
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सड़क को जाम कर रहे झामुमो कार्यकर्ता केंद्र पर आदिवासी मुख्यमंत्री को प्रताड़ित करने और लोकतांत्रिक पद्धति से चुनी सरकार को अस्थिर करने के आरोप भी लगाए. इनके हाथों में जो तख्तियां थीं- उन पर ऐसे ही नारे लिखे थे.

एक पोस्टर पर लिखा था- केंद्र सरकार हाय-हाय. दूसरे पोस्टर पर लिखा था- लोकतांत्रिक पद्धति से चुनी सरकार को अस्थिर करना बंद करो. एक और पोस्टर था, जिस पर लिखा था- आदिवासी मुख्यमंत्री को प्रताड़ित करना बंद करो.
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इतना ही नहीं, प्रदर्शन कर रहे झामुमो कार्यकर्ताओं के हाथों में ‘केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी कार्रवाई बंद करो’ की तख्तियां भी थीं. इन लोगों ने एनएच-33 पर हेमंत सोरेन जिंदाबाद, झारखंड मुक्ति मोर्चा जिंदाबाद के नारे भी लगाए.