28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

आइपीएल खेलने वाला झारखंड का पहला आदिवासी क्रिकेटर बनेगा गुमला का रॉबिन मिंज, गांव में नहीं सरकारी सुविधा

Advertisement

रॉबिन के खेल को देखते हुए गुजरात टाइटंस ने उस पर तीन करोड़ 60 लाख रुपए की बोली लगाई और उसे अपने पाले में ले लिया. अब रॉबिन क्रिकेट की दुनिया में अपना जलवा बिखेरने के लिए तैयार है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला जिले के रायडीह प्रखंड स्थित सिलम पांदनटोली के रॉबिन मिंज झारखंड का पहला आदिवासी क्रिकेटर बनेगा, जो आइपीएल खेलेगा. गुजरात टाइटंस ने रॉबिन को अपनी टीम के लिए चुना है. इससे उसके पैतृक गांव में खुशी है. उसके गांव को इस बात का दर्द भी है कि वहां सरकारी सुविधाएं नहीं हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है कि रॉबिन के नाम पर जरूर अब गांव का कायाकल्प होगा. बता दें कि रॉबिन को मुंबई इंडियंस ने ट्रायल के लिए बुलाया था. उसने ट्रायल में भाग लिया. रॉबिन के खेल को देखते हुए गुजरात टाइटंस ने उस पर तीन करोड़ 60 लाख रुपए की बोली लगाई और उसे अपने पाले में ले लिया. अब रॉबिन क्रिकेट की दुनिया में अपना जलवा बिखेरने के लिए तैयार है. रॉबिन मिंज विकेटकीपर बल्लेबाज है. एमएस धौनी की तरह लंबे-लंबे छक्के मारता है. उसके पिता फ्रांसिस जेवियर मिंज रिटायर्ड मिलिट्रीमैन व माता एलिस मिंज गृहिणी हैं. दो बहनें करिश्मा मिंज व रोसिता मिंज हैं. अभी पूरा परिवार रांची के नामकुम में रहता है.

- Advertisement -

गुमला के गांव से क्रिकेट के इस ग्लैमरस फॉर्मेट तक

रॉबिन मिंज झारखंड का पहला आदिवासी क्रिकेटर बन गया है, जो गुमला के छोटे से गांव से क्रिकेट के सबसे ग्लैमरस फॉर्मेट आइपीएल तक पहुंचा है. रॉबिन मिंज की शिक्षा रांची में हुई. बाघंबर ओहदार ने बताया कि रॉबिन की अद्भुत क्रिकेट कौशल को बाल्यकाल में ही इनके पिता फ्रांसिस जेवियर मिंज ने पहचाना और उसे क्रिकेट खेलने के लिए छोड़ दिया. रॉबिन पिछले छह वर्षों से गुमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टीम के नियमित खिलाड़ी हैं. रॉबिन की खेल की बारीकियों पर पिछले छह वर्षों से नजर रखने वाले पूर्व क्रिकेटर और गुमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रॉबिन एक गॉड गिफ्टेड प्लेयर है. पहले सीजन में ही मुझे अंदाजा हो गया था कि यह स्पेशल प्लेयर है. रॉबिन में जो बात है. वह विरले ही इस उम्र के बच्चों में दिखता है.

Also Read: झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन से मिले क्रिकेटर रॉबिन मिंज, बोले-आईपीएल के लिए यूके में होगा प्रशिक्षण

विस्फोटक बल्लेबाज है रॉबिन, लंबे-लंबे छक्के मारता है

उन्होंने कहा कि झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वावधान में हुए इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टूर्नामेंट में रॉबिन की विस्फोटक बल्लेबाजी ने अनेक मौकों पर हमें गौरवान्वित होने का अवसर दिया. पिछले पांच वर्षों में रॉबिन के बल्ले से एक से बढ़कर एक पारियां आयीं. देवघर में उसने बैक टू बैक दो शतक जमाए. पिछले आइपीएल में ही रॉबिन को दिल्ली टीम ने बुलाया था. दुर्भाग्यवश तब वह दिल्ली की टीम का हिस्सा नहीं बन सके. इसके बाद मुंबई इंडियंस ने ट्रायल में इंग्लैंड बुलाया था. रॉबिन के लिए इससे भी ज्यादा खुशी की बात यह रही कि गुजरात ने इस बार उन्हें करोड़ों रुपए देकर अपनी टीम का हिस्सा बनने का मौका दिया है.

Undefined
आइपीएल खेलने वाला झारखंड का पहला आदिवासी क्रिकेटर बनेगा गुमला का रॉबिन मिंज, गांव में नहीं सरकारी सुविधा 3

गुमला स्टेडियम में करता है अभ्यास

रॉबिन जब भी गुमला आता है, वह शहीद तेलंगा खड़िया स्टेडियम में अभ्यास करता है. वह खुद का बैट व खेल सामग्री लेकर ग्राउंड आता था. तीन-चार घंटे तक लगातार अभ्यास करता था. गुमला के उसके साथी खिलाड़ी ज्ञान साहू, अंकित विश्वकर्मा सहित अन्य खिलाड़ी रॉबिन के अभ्यास में मदद करते थे. गुमला में प्रशासन के साथ फ्रेंडशिप मैच हुआ था. उसमें भी रॉबिन खेला था. उस समय उसने लंबे-लंबे छक्के मारकर सभी को अचंभित कर दिया था. तेलंगा खड़िया ग्राउंड में जब भी वह अभ्यास करता, गेंद को स्टेडियम से बाहर मारता था. ज्ञान व अंकित ने बताया कि रॉबिन के चयन पर गुमला में जश्न मनाया जा रहा है. खिलाड़ियों ने आतिशबाजी की. एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया.

Also Read: मिलिए, झारखंड के जसप्रीत बुमराह से, मिट्टी के घर में रहने वाले ब्लाइंड क्रिकेटर का ऐसा रहा है सफर

मूलभूत सुविधाओं से वंचित है गुमला का गांव

रॉबिन मिंज के पैतृक गांव पांदनटोली के अंजय लकड़ा, अंकित लकड़ा, नवीन मिंज व अंकित कुजूर, जग्गू मिंज, सेवा मिंज, रोशन कुजूर ने कहा कि रॉबिन का गांव पांदनटोली है. यहां 35 घरों मे 270 लोग निवास करते हैं. दुर्भाग्य यह है कि पूरे गांव में सिर्फ दो चापानल हैं. वर्षों से दोनों ही चापानल खराब हैं. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. एक चापानल जलमीनार से जुड़ा है, लेकिन दो साल से खराब पड़ा है. गांव के 35 घरों में से सिर्फ 25 घरों में शौचालय हैं. किसी का उपयोग नहीं होता. लोग खुले में शौच करते हैं. गांव के युवाओं ने कहा की गांव में एक भी मैदान नहीं है. हम सभी खेतों में खेलते हैं. मैदान नहीं रहने के कारण हम अपने खेल को बेहतर नहीं कर पा रहे. अगर प्रशासन यहां मैदान बना दे, तो रॉबिन मिंज के जैसे कई खिलाड़ियों की प्रतिभा निखरकर सामने आएगी. ग्रामीणों ने कहा कि हमारा गांव आज रॉबिन के कारण सुर्खियों में आ गया है. अब सरकार व प्रशासन से मांग है कि हमारे गांव की दुर्दशा पर ध्यान दे और समस्या दूर करने की पहल करे.

Undefined
आइपीएल खेलने वाला झारखंड का पहला आदिवासी क्रिकेटर बनेगा गुमला का रॉबिन मिंज, गांव में नहीं सरकारी सुविधा 4

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें