गुमला : सदर अस्पताल गुमला में ऑपरेशन थियेटर से 30 वर्ष पुराने ड्रेसर को हटाकर अनुबंधकर्मियों को डयूटी सौंपने का मामला प्रकाश में आया है. सदर अस्पताल के ड्रेसर दिनेश कुमार को हटाकर सीएस द्वारा 10 जुलाई को पत्र प्रेषित कर ऑपरेशन थियेटर का इंचार्ज प्रभा किरण लिंडा व पूर्णिमा केरकेट्टा को बनाया गया है.
यहां बताते चलें कि सदर अस्पताल के परिधापक दिनेश कुमार 30 वर्षो से सदर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर सहित इमरजेंसी सेवा का कार्य देखकर अपने कार्यो का निष्पादन करते थे. लेकिन अचानक उनकी बेटी का विवाह होने पर वे सात दिन छुट्टी में थे. इसी बीच सीएस द्वारा उन्हें बिना कारण बताये ऑपरेशन थियेटर के काम से हटाकर स्टाफ नर्स प्रभा लिंडा व पूर्णिमा केरकेट्टा को जिम्मेवारी दी गयी.
वहीं ऑपरेशन थियेटर के सहायक के रूप में अनुबंध कर्मी पिंकू कुमार को डयूटी सौंपी गयी है. यहां बताते चलें कि एक प्रशिक्षित ड्रेसर जो गत 30 वर्षो से अपनी सेवा देकर अस्पताल के कार्यो व संस्थागत प्रसव सहित सिजेरियन के कामों में अपना योगदान देता था. बिना किसी कारणवश उसे हटाकर सहायक ऑपरेशन असिस्टेंट को जिम्मेवारी सौंपना कितना जवाबदेह है. ऐसे में किसी सिजेरियन व बड़ा ऑपरेशन वाले गर्भवती महिलाओं के साथ किसी अनहोनी होती है, तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा.
इस संबंध में प्रभारी डीएस डॉक्टर प्रेमचंद्र भगत ने कहा कि स्टाफ नर्स किसी वार्ड की इंचार्ज हो सकती है. लेकिन ड्रेसिंग का कार्य के लिए ड्रेसर अति आवश्यक है. पुराना ड्रेसर पूर्ण रूप से प्रशिक्षित होता है. चूंकि उसे वर्षों का अनुभव होता है. वहीं अनुबंध कर्मी सहायक ऑपरेशन असिस्टेंट नया होने कारण उसे पूरी जानकारी नहीं होती है. जिससे कभी भी कठिनाई उत्पन्न हो सकती है. इसलिए पुराना ड्रेसर को हटाकर सहायक को डयूटी सौंपना अनुचित है. इस संबंध में सीएस डॉ विजया भेंगरा ने कहा कि ऑफिसियल मैटर है. फोन पर नहीं कह सकती हूं. इतना कहकर फोन काट दिया.