19.1 C
Ranchi
Monday, March 10, 2025 | 04:43 am
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

हसीन वादियों का लुत्फ उठाना है तो रायडीह के हीरादह नदी भी है बेस्ट प्लेस, जानें क्या है इसकी खासियत

Advertisement

अदभुत प्राकृतिक छटा है. धार्मिक स्थल है. ऐतिहासिक धरोहर है. इठला कर बहती नदी की धारा है. सुंदर पत्थर है. आसपास घने जंगल है. शांत वातावरण है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

अदभुत प्राकृतिक छटा है. धार्मिक स्थल है. ऐतिहासिक धरोहर है. इठला कर बहती नदी की धारा है. सुंदर पत्थर है. आसपास घने जंगल है. शांत वातावरण है. यह पहचान हीरादह की है, जो पर्यटकों को नववर्ष में बुला रही है. यह वीर सपूत बख्तर साय व मुंडन सिंह की धरती रायडीह प्रखंड में आता है. हीरादह गुमला जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर है. यह धार्मिक सहित पर्यटक स्थल के रूप में राज्य स्तर पर विख्यात है.

नववर्ष में यहां झारखंड सहित छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्यप्रदेश व बिहार के सैलानी आते हैं. इसका नामकरण नदी से हीरा मिलने के कारण हीरादह पड़ा. यह नागवंशी राजाओं का गढ़ है. इस इलाके का अनुसंधान हो, तो यहां से अभी भी हीरे मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इस गढ़ में आज भी कई रहस्य छुपे हुए हैं. जिनसे अभी तक पर्दा नहीं उठा है.

यहां 150 मीटर गहरा व 12 फीट का कुंड कई मायने में महत्वपूर्ण माना जाता है. जनश्रुति के अनुसार यहां नागवंशी राजाओं द्वारा हीरा की उत्पत्ति की जाती थी. आज भी जिस कुंड से हीरा निकलता था. वह धार्मिक आस्था का केंद्र है. नागवंशी राजाओं के अंत के बाद यह स्थल वर्षों से गुमनाम रहा है. इस वजह से इलाके का सही तरीके से विकास नहीं हो सका है. नववर्ष में दूर -दूर से सैलानी आते हैं और यहां के हसीन वादियों का लुत्फ उठाते हैं. रास्ता ठीक है. आसानी से पहुंच सकते हैं.

पत्थर मानव खोपड़ी जैसा

हीरादह में नदी का पत्थर काफी चिकना है. कई पत्थर के आकर मानव खोपड़ी जैसा दिखता है. अगर दूर से एकटक देखा जाये, तो मानव खोपड़ी ही लगता है. पत्थर में फिसलन है. इसलिए लोग संभल कर इसमें चलते हैं. कई पत्थरों की बनावट लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करता है.

हीरादह में क्या देंखे

तरकी डूबा कुंड, जोड़ा कुंडा, नदी के बीच में सबसे ऊंचा पत्थर, पेरवां टुकू, दक्षिण भाग में विशाल दह, डेगाडेगी पवित्र स्थल, राजधर, कुरनी दह, बालाधर, डुबकी दह, तीलैइ दह, गाय लंघ दह, लक्ष्मणपांज, पेरवां घाघ, कई गुफाएं एक साथ, राम गुफा, सोरंगो रानी माता की मंदिर है. यह सब प्राचीन धरोहर है. इन सबके पीछे रहस्य है.

कैसे जायें और कहां ठहरे

दूसरे जिले व राज्य से आने वाले सैलानी गुमला पहुंचे. एक दिन रूकना है तो गुमला में ठहर सकते हैं. यहां ठहरने के लिए कई होटल व रेस्टूरेंट है. गुमला में ठहरने के बाद सुबह आठ बजे निकले. दिनभर हीरादह घूमने के बाद पांच बजे शाम तक वापस लौट सकते हैं. उसी दिन लौटना है, तो समय का ख्याल रखते हुए हीरादह पहुंचे और उसी दिन लौट जाये.

सावधानी बरतें

हीरादह के कई कुंड खतरनाक है. थोड़ी सी चूक आपको कुंड में गिरा सकती है, जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए कुंड के आसपास घूमे तो सावधानी बरते. अगर कोई परेशानी हो तो नजदीक के थाना सुरसांग व रायडीह है. जहां आप संपर्क कर सकते हैं.

हीरादह की दूरी

गुमला से 35 किमी

रांची से 130 किमी

सिमडेगा से 40 किमी

लोहरदगा से 85 किमी

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर