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गुमला नक्सली मुठभेड़ में बच निकला था हार्डकोर नक्सली अवतार, पुलिस ने धर दबोचा, अब खुलेगा कई राज

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15 लाख रुपये का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव 15 जुलाई को मारा गया था. इसमें बंधनू महतो उर्फ अवतार बच निकला था. बुद्धेश्वर उरांव के सलाहकार के रूप में बंधनू महतो काम करता था. 20 वर्षों से संगठन में सक्रिय रहा और कई घटनाओं में शामिल था.

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रायडीह थाना की पुलिस ने भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली सरईटोली बिरकेरा गांव के बंधनू महतो उर्फ अवतार (60 वर्ष) को गिरफ्तार करने में सफल रही. रिगफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने बंधनू को लुरूकोना गांव से पकड़ा है. वह एक महीने से लुरूकोना गांव में छिप कर रह रहा था. 15 जुलाई 2021 को भाकपा माओवादी का शीर्ष नेता 15 लाख का इनामी बुद्धेश्वर उरांव पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में कोचागानी जंगल में मारा गया था. बुद्धेश्वर के मारे जाने के बाद 14 से 15 नक्सली जान बचा कर भाग निकले थे. इसमें बंधनू महतो उर्फ अवतार भी था.

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बुद्धेश्वर जब पुलिस से घिर गया था. उस समय बंधनू भी उसी जंगल में था. परंतु जैसे ही बुद्धेश्वर मारा गया. बंधनू वहां से जंगल के रास्ते होते हुए रायडीह थाना के लुरूकोना गांव में आकर छिप गया था. सोमवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि लुरूकोना गांव में एक नक्सली एक महीने से छिप कर रह रहा है. इसके बाद पुलिस टीम गांव गयी और घेराबंदी कर बंधनू महतो को गिरफ्तार कर लिया.

यहां तक कि जब आठ माह पहले भाकपा माओवादियों ने कुरूमगढ़ थाना के सटे गांवों के जंगल में बारूदी सुरंग बिछाया था. तब बंधनू ही गांवों में घूम कर ग्रामीणों को जंगल में पशुओं को नहीं चराने व घुसने से मना किया था. पुलिस के लिए बंधनू महतो की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है. बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद उसके दस्ते के सदस्य कहां कहां छिपे हैं. इसका राज बंधनू महतो ही खोल सकता है.

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