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चुंगलों गांव में पानी के लिए मचा हाहाकार

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छोटकी खरगडीहा पंचायत के चुंगलों गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पंचायत में नल जल योजना चालू नहीं हुई है. इस स्थिति में ग्रामीणों के लिए पानी के लिए कुआं व तीन चापाकल सहारा बना हुआ था.

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ग्रामीणों ने विभाग से लगायी जलापूर्ति की गुहार

बेंगाबाद.

छोटकी खरगडीहा पंचायत के चुंगलों गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पंचायत में नल जल योजना चालू नहीं हुई है. इस स्थिति में ग्रामीणों के लिए पानी के लिए कुआं व तीन चापाकल सहारा बना हुआ था. भीषण गर्मी में गांव के सभी कुएं सूख चुके हैं. गांव की डेढ़ हजार से अधिक है. ऐसे में तीनों चापाकल के पास ग्रामीण महिला पुरुषों की भीड़ लगी रहती है. चापाकल में पानी लेने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ता है. ग्रामीणों ने परेशानी से पेयजल व स्वच्छता विभाग को अवगत कराते हुए शीघ्र ही गांव में बोरिंग की व्यवस्था करने की मांग की है. ग्रामीण संजय दास, लालू साव, मनोज साव, हरिहर दास, मुरली दास, सरिता देवी, कौशल्या देवी, मालती देवी, यशोदा देवी, चरकी देवी का कहना है कि गांव में कुआं के सूख जाने से पेयजल व अन्य घरेलू कार्यों में काफी परेशानी होती है. तीन चापाकल चालू हैं, जहां सुबह से रात तक लोगो की भीड़ लगी रहती है. इन दिनों गर्मी का प्रकोप चरम पर है.

दूर से लाना पड़ता है पानी

ग्रामीणों ने कहा कि वह दूसरे गांव के चापाकल से पानी लाते हैं. वहां भी अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. नाला के पानी से नहाने और कपड़ा साफ करने की मजबूरी है. नाला आने-जाने के दौरान लू लगने की भी आशंका रहती है. कहा कि नल जल योजना चालू होने तक विभाग वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में बोरिंग करने की पहल करे, ताकि उन्हें पेयजल मिल सके. इधर, मुखिया सुनीता देवी का कहना है कि नल जल योजना की कछुआ चाल से गर्मी में ग्रामीणों को पानी के लिए भटकने की मजबूरी हो गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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