भुईंया समाज के लोग चुआंड़ी का पानी पीने को मजबूर

भुईंया समाज के लोग चुआंड़ी का पानी पीने को मजबूर

By Prabhat Khabar News Desk | May 6, 2024 8:53 PM

गढ़वा जिले के श्रीबंशीधर प्रखंड के अमरसरई गांव में गरीब परिवारों को शुद्ध पेयजल नसीब नही हो रहा है. कुंबा पंचायत के अमरसरई गांव के देवनगरी तथा पचफेडी टोला में रहनेवाला भुइंया परिवार सूखी नदी में चुआंड़ी खोदकर पानी पानी को मजबूर हैं. इस टोले पर 40-50 परिवार निवास करते हैं. घर के आसपास पानी का कोई साधन नहीं होने के कारण वे घर से एक किलोमीटर दूर नदी में जाकर चुआंडी खोदते हैं. फिर उसमें जमा पानी घर लाते हैं. उसी पानी से स्नान, बर्तन धोने, खाना बनाने से लेकर पीने का काम चला रहे हैं. महिलाओं ने बताया कि वे लोग अपना दुखड़ा सुनाते-सुनाते थक गयी हैं. मुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से कई बार फरियाद की, लेकिन उनकी समस्या नहीं सुलझी. चुनाव के वक्त वोट लेने के लिए उन्हें झूठे सपने दिखाये जाते हैंं. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई सुध नहीं लेता है.

बड़ी दिक्कत से जीयत ही : इस संबंध में गांव की महिला पानपति देवी ने कहा कि हमन पानी खातिर नदी खोद के इंतजाम करीला…. इहे पानी से नहा ली आउ एकरे से खाना भी बनाइला. एकरे पीबो करिला. मुखिया सरपंच से कहत-कहत थक गैली. चुवांड़ी खोद रही महिला शकुंतला देवी ने कहा कि हमन के एगो चापानल दिला दिहूं. बड़ी दिक्कत से जीयत ही. चुआंड़ी के पानी से बीमारी भी बहुत होखे ला. दुलारी देवी ने कहा कि जैसे-जैसे गर्मी आऊ होई चुआंड़ी से भी पानी नाई मिले. हमनी के सुनेवाला कोई नईखे. यही दर्द राजू भुइयां, मंजू देवी, पार्वती देवी का भी है.

काफी पिछड़ा है टोला : देवनगरी तथा पचफेडी टोला काफी पिछड़ा हुआ है. इस टोले तक जाने के लिए सड़क भी नही हैं. नदी के किनारे-किनारे लोगों को घर जाना पड़ता है. शहर से गांव की दूरी करीब 10 किलोमीटर है. यहां की जनसंख्या करीब 200 है. ज्यादातर लोग मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं.

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