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Jharkhand Assembly Election: चुनाव प्रचार का अनोखा तरीका था इस प्रत्याशी का, भाषण देने का अंदाज बेहद रोचक

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Jharkhand Chunav 2024: गढ़वा शहर में शिवशंकर तिवारी को अक्सर शाम होने के बाद रिक्शा से अपना प्रचार करते देखा जाता था. उनके साथ रिक्शा पर और कोई नहीं होता था.

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Jharkhand Assembly Election, गढ़वा : विधानसभा चुनाव में शिवशंकर तिवारी का चुनाव-प्रचार अनोखा होता था. गढ़वा प्रखंड के डुमरिया गांव निवासी शिवशंकर तिवारी हर बार विधानसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ा. उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय थी. चुनाव लड़ने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे. उसके बाद भी वह हर चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हो जाते थे. वह अपना प्रचार खुद करते थे. शिवशंकर तिवारी रिक्शा पर बैठकर माइक से खुद कहते थे कि आप गढ़वा विधानसभा क्षेत्र का विकास चाहते हैं, तो अपने लोकप्रिय और कर्मठ प्रत्याशी शिवशंकर तिवारी के चुनाव चिह्न पर मुहर लगाकर (तब बैलेट से ही वोट होते थे) उन्हें विजयी बनायें.

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शाम होने के बाद करते थे प्रचार

गढ़वा शहर में शिवशंकर तिवारी को अक्सर शाम होने के बाद रिक्शा से अपना प्रचार करते देखा जाता था. उनके साथ रिक्शा पर और कोई नहीं होता था. लोग उन्हें खुद से प्रचार करते हुए बड़े ध्यान से देखते थे. शिवशंकर तिवारी को गढ़वा और पलामू जिले के इतिहास और समस्याओं की गहरी समझ थी. वह सिर्फ चुनाव में नहीं दिखते थे, बल्कि पूरे पांच साल तक जनता की समस्याओं को लेकर मुखर रहते थे.

भाषण का अंदाज था रोचक

उनके भाषण का अंदाज भी काफी रोचक होता था. जीवन भर शिवशंकर तिवारी अपना घर का काम-काज छोड़ कर जनता की समस्याओं के लिए संघर्ष करते रहे. लेकिन, उन्होंने अपना कोई संगठन नहीं बनाया. आज वह नहीं हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव आते ही शिवशंकर तिवारी की चर्चा जरूर होती है.

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