15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 10:03 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

East Singhbhum : पोचाखाली में आंगनबाड़ी नहीं, 22 बच्चे शिक्षा से वंचित

Advertisement

बहरागोड़ा : आंगनबाड़ी केंद्र गांव से दो किमी दूर, हाथी कॉरिडोर होने से बच्चों को नहीं भेजते अभिभावक

Audio Book

ऑडियो सुनें

बहरागोड़ा. बहरागोड़ा प्रखंड के पोचाखाली गांव में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है. इस कारण गांव के 22 बच्चे प्राथमिक शिक्षा से वंचित हैं. इन बच्चों को बेसिक शिक्षा नहीं मिल रही है. इस गांव का आंगनबाड़ी केंद्र दूधकुंडी में है, जो इस गांव से लगभग 2 किमी दूर है.

यह गांव एलिफेंट कॉरिडोर होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को 2 किमी दूर जंगल के रास्ते में नहीं छोड़ते हैं. इस कारण यहां के बच्चे प्राथमिक शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. यहां के ग्रामीण काफी साल से आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की मांग कर रहे हैं, पर इस दिशा में पहल नहीं की जा रही है.

सुविधा के अभाव में आंगनबाड़ी केंद्र बंद : गांव के लोगों ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निजी स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्र खोला था. यहां 25 से 28 बच्चे पढ़ते थे. यहां के लोग चंदा संग्रह कर सेविका को मानदेय भी देते थे. कोरोना काल के बाद व्यवस्था के अभाव में आंगनबाड़ी केंद्र बंद हो गया. अब यहां के बच्चों को 6 साल होने के बाद स्कूल में भर्ती कर दिया जाता है.

क्या कहते हैं अभिभावक

ग्राम प्रधान अनुपा हांसदा, ग्रामीण मुचीराम हांसदा, देवेंद्र बास्के, गोविंद मांडी, कारिया मुर्मू, कालीचरण हांसदा, शांखो हांसदा ने बताया कि इस गांव में 35 परिवार रहते हैं. यह गांव जंगल से घिरा हुआ है. सबके सहयोग से एक आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया था. कोरोना काल के बाद धीरे-धीरे बंद हो गया. कई बार जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया गया था, पर कोई पहल नहीं की गयी. मुखिया पानसोरी हांसदा ने बताया कि इस गांव के बच्चे आंगनबाड़ी नहीं जा रहे हैं. इसका एकमात्र कारण जंगल एवं हाथी का डर है. इस समस्या की जानकारी पदाधिकारी को दी जायेगी.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें