आइआइटी आइएसएम के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग का अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आइसीपीएचडी गुरुवार से शुरू हो गया. इसका विषय है ””सस्टेनेबिलिटी थ्रू ट्रांजिशन””. इसका उद्देश्य पारंपरिक व अपारंपरिक ऊर्जा स्रोतों का एकीकरण, उद्योग व शिक्षाविदों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना व ऊर्जा सुरक्षा के लिए स्थायी समाधानों पर चर्चा करना है.
अतिथियों ने किया उद्घाटन :
उद्घाटन मुख्य अतिथि डीजीएच महानिदेशक डॉ पल्लवी जैन गोविल, विशेष अतिथि डीजीएच अतिरिक्त महानिदेशक डॉ कौस्तव नाग व ऑयल इंडिया की निदेशक सलोमा यामडो शामिल थे. संस्थान के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वीडियो संदेश के माध्यम से सम्मेलन के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया. इसमे भारत व विदेश से लगभग 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इसमें तीन प्लेनरी लेक्चर, 28 कीनोट लेक्चर, आठ आमंत्रित भाषण, 87 मौखिक और 32 पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल है. प्रमुख विषयों में तेल व गैस, कार्बन कैप्चर व भंडारण, जियोथर्मल ऊर्जा, हाइड्रोजन, एआइ-एमएल व नीतिगत पहल शामिल है. सेमिनार को ऑयल एंड नेचुरल गैस लिमिटेड, ऑयल इंडिया, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग जैसे कई संगठनों का समर्थन मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है