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सुल्तानगंज से बैद्यनाथ धाम तक भगवान राम ने की थी कांवड़ यात्रा : सांसद निशिकांत दुबे

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सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि यह पुस्तक मेला उनके दिल के बहुत करीब है. ये मेला शहरवासियों का है. देवघर के लोग मिलकर इस मेले को ऐसी ऊंचाई दें कि यहां स्टॉल लगाने के लिए प्रकाशकों की लाइन लगे.

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देवघर : पुस्तक मेला में मंगलवार को गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को आयोजन समिति ने सम्मानित किया. अध्यक्ष युधिष्ठिर प्रसाद राय ने उन्हें मेमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया. मौके पर सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि पुस्तक हमें अपने पौराणिक इतिहास से अवगत कराती है. बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी कि सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ धाम तक पहले कांवड़ यात्रा भगवान श्री राम ने की थी. अंग प्रदेश भगवान श्री राम से जुड़ा हुआ है. यह पूरा इलाका श्रीराम की मौसी का घर है. भगवान श्री राम की मौसी घर भागलपुर में था. राजा दशरथ के साढू राजा रोमपाद अंग प्रदेश के राजा थे. अंग प्रदेश में भागलपुर, संथाल परगना, पूर्णिया, किशनगंज और मुंगेर आता है. राजा दशरथ को जब पुत्र नहीं हो रहा था, तो इसी अंग प्रदेश के शृंगी ऋषि से उनके लिए यज्ञ की शुरुआत की थी. शृंगी ऋषि सुलतानगंज में रहते थे. यज्ञ के बाद जब राजा दशरथ को पुत्र धन प्राप्त हुआ, तो अपने पिता के साथ श्री राम छोटी सी उम्र में सुल्तानगंज से देवघर की कांवड़ यात्रा कर बाबा पर जलाभिषेक किया था. इन वास्तविकता से बहुत कम लोग अवगत हैं, लेकिन यह किताबें ही हैं, जो हमें इसकी जानकारी देती है. अगर यह किताब देवघर के कण-कण और पूरे अंग प्रदेश में होती और लोगों में इसकी जानकारी होती, तो जिस तरह से अयोध्या में श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पर इतना बड़ा आयोजन हो रहा है, ठीक वैसा ही आयोजन यहां भी होता. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि का काम केवल राजनीति करना नहीं, बल्कि समाज को दिशा देना भी है. देवघर में जब भी मुझे अवसर मिलता है तो मंदिर, आश्रम, स्कूल कॉलेज आदि कार्यक्रम में उपलब्ध रहता हूं.

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पुस्तक मेला आपका है, शहर का है, एक बार जरूर आइये

सांसद ने कहा कि यह पुस्तक मेला उनके दिल के बहुत करीब है. ये मेला शहरवासियों का है. देवघर के लोग मिलकर इस मेले को ऐसी ऊंचाई दें कि यहां स्टॉल लगाने के लिए प्रकाशकों की लाइन लगे. उन्होंने देवघर और आसपास के लोगों से अपील किया कि एक बार जरूर अपने बच्चों को लेकर पुस्तक मेले में आइये और एक ही सही पुस्तकें खरीद कर, पढ़ने की रुचि जगाइये. आम लोगों को पुस्तक मेले से जुड़ने की अपील सांसद ने की.

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