झींकपानी.झींकपानी प्रखंड के हाथीमंडा, पहाड़भंगा, कुंबाडीह, सेलदिरी व कुदापी क्षेत्र में हाथियों का झुंड विगत एक सप्ताह से विचरण कर रहा है. जिससे संबंधित क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में है. हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं करने का ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं. यहां बीती रात हाथियों के झुंड ने हाथीमंडा में धान की फसल व बागवानी को भारी नुकसान पहुंचाया है. हाथियों के झुंड ने मिथलेश पुरती के खेत में लगभग दो एकड़ तैयार धान के फसल को चट कर पूरी तरह रौंद दिया है. इसके अलावा महेन्द्र अल्डा व पतोर अल्डा के खेतों में काटकर रखी गयी फसल को नुकसान पहुंचाया है.
बंधागोभी, टमाटर, मिर्च व मूली की खेती को किया चट
वहीं, चन्द्रवती अल्डा के दो एकड़ व निशा अल्डा के लगभग तीन एकड़ खेत में काट कर रखी गयी फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है.इसके अलावा गुरुचरण अल्डा के द्वारा रोपे गये 2 हजार बांधगोबी सब्जी को पूरी तरह नष्ट कर दिया है. हाथियों ने उसके टमाटर के खेत को भी रौंद दिया है. किसान गुरुचरण ने बताया कि वह 40 हजार रुपये केसीसी ऋण लेकर खेती कर रहा था. शिवचरण अल्डा के टमाटर, मिर्च व मूली के खेतों के साथ ही सिंचाई के 15 स्प्रिंग कलर्स पाइप को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है. हाथियों ने पुरोषोत्तम गोप के टमाटर की खेती व लालसिंह अल्डा के फूलगोभी की खेती को भी काफी क्षति पहुंचाया है.
दो झुंडों में बंटकर हाथी पहुंचा रहे नुकसान
हाथीमंडा के ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 35-40 हाथियों का झुंड दो गुट में बांटकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हाथियों के झुंड के साथ उनके दो-तीन बच्चे भी हैं. दिन के समय हाथी बायांरबुरु जंगल व बासाबुरु जंगल में रहते हैं व शाम ढलते ही गांव में प्रवेश कर खेतों को नुकसान पहुंचाते हैं. ग्रामीण अपने स्तर से हाथियों को खदेड़ने में लगे रहते हैं. ग्रामीण ने कहा वन विभाग में फोन करने पर भी विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी फोन नहीं उठाते हैं. किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए भी वन विभाग द्वारा नुकसान का आकलन अब तक नहीं किया गया है. जिससे किसानों में निराशा है.
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