सर्प दंश से बच्ची की मौत मामले की जांच शुरू
सर्प दंश से बच्ची की मौत मामले की जांच शुरू
गोमिया. चिकित्सक के नहीं रहने के कारण समय पर इलाज नहीं मिलने से सर्प दंश की शिकार बच्ची की मौत मामले की जांच शुरू हो गयी है. उपायुक्त के निर्देश पर बेरमो एसडीओ अशोक कुमार शनिवार को गोमिया सीएचसी जांच के लिए पहुंचे. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बलराम मुखी, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंचला और स्वास्थ्यकर्मियों से बारी- बारी पूछताछ की. एसडीओ ने कहा कि 29 मई को सर्प दंश की शिकार महुआटांड़ की प्रिया कुमारी (नौ वर्ष) को इलाज के लिए गोमिया सीएचसी लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि यहां चिकित्सक के नहीं रहने के कारण उसे बोकारो ले जा रहे थे. रास्ते में उसकी मौत हो गयी. इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ रिपोर्ट भेजी जायेगी. एसडीओ ने कहा कि सीएचसी में चिकित्सकों की ड्यूटी से संबंधित चार्ट बाहर लगाने को कहा गया है. मौके पर गोमिया बीडीओ महादेव कुमार महतो, सीओ प्रदीप कुमार महतो, बेरमो के कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीण कुमार, गोमिया थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता आदि उपस्थित थे.
बाद में एसडीओ स्वांग स्थित निजी अस्पताल मां शारदे सेवा सदन भी पहुंचे और जांच की. एसडीओ ने बताया कि लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि गोमिया सीएचसी के डॉ जितेंद्र कुमार और डॉ चंचला (दोनों पति-पत्नी) सरकारी चिकित्सक हैं, लेकिन वे निजी अस्पताल में अधिक समय देते हैं. मां शारदे सेवा सदन में दोनों के नाम का बोर्ड और चैंबर भी है. यहां के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों और टेक्नीशियन के प्रमाण पत्र की भी जांच की जा रही है.
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