26.1 C
Ranchi
Monday, February 3, 2025 | 06:22 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बोकारो : पेड़ गोद लेकर दे रहे पर्यावरण संरक्षण का संदेश, साल 2022 से जिम्मेदारी निभा रहे ग्रामीण

Advertisement

ग्रामीणों ने पेड़-पौधों की रक्षा के लिए एक विशेष दल बनाया है. दल की जिम्मेदारी हर्बल गार्डन का निर्माण करना है. साथ ही, जड़ी-बूटी के प्रयोग का प्रसार लोगों तक करना है. ग्राम सभा में शिवलाल टुडू, ढेनाराम मांझी, दीनाराम मांझी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सीपी सिंह, बोकारो : पर्यावरण संरक्षण जरूरी है. इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. अभियान का फायदा भी हो रहा है. लेकिन वनों की कटाई भी बदस्तूर जारी है. हालांकि एक गांव ऐसा है, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है. इस गांव में हर व्यस्क पर 95-95 पेड़ों के संरक्षण व संवर्धन की जिम्मेदारी है. लोग इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन भी कर रहे हैं. बात हो रही है गोमिया प्रखंड के उदा मंझलीटांड़ गांव की. यहां की ग्राम सभा व वन अधिकार सुरक्षा समिति की अगुआई में ग्रामीण अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं.

- Advertisement -

विवाद से निकला फैसला बन गया उदाहरण

पर्यावरण संरक्षण की यह तरकीब एकाएक नहीं मिली, बल्कि विवाद से निकला आइडिया गांववालों के काम कर गया. दरअसल 2021 में महुआ चुनने को लेकर विवाद हो गया था. इससे पहले भी महुआ चुनने को लेकर विवाद होते रहता था. अंतत: ग्राम सभा ने महुआ के पेड़ों की गिनती करवायी. गिनती के बाद सभी व्यस्क पुरुष के लिए 95-95 पेड़ चिह्नित किये गये. कुल 12800 पेड़ों के संरक्षण व संवर्धन की जिम्मेदारी ग्रामीणों को दी गयी. पेड़ के अलावा जंगल में मौजूद सभी पेड़ों को बचाने का संकल्प ग्रामीणों ने लिया. इस फैसले से ना सिर्फ पर्यावरण संरक्षित हो रहा है, बल्कि ग्रामीणों की आजीविका का साधन भी बढ़ा है. इसी साल सियारी पंचायत ने केंद व पियार फल के जरिये साढ़े बारह लाख रुपये की कमाई की है. इस गांव से प्रेरित होकर डबार ग्राम सभा ने भी काम करना शुरू किया है.

पेड़-पौधों की रक्षा के लिए एक विशेष दल गठित

ग्रामीणों ने पेड़-पौधों की रक्षा के लिए एक विशेष दल बनाया है. दल की जिम्मेदारी हर्बल गार्डन का निर्माण करना है. साथ ही, जड़ी-बूटी के प्रयोग का प्रसार लोगों तक करना है. ग्राम सभा में शिवलाल टुडू, ढेनाराम मांझी, दीनाराम मांझी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं. वहीं वन अधिकार सुरक्षा समिति में शिवलाल टुडू अध्यक्ष व नीरूलाल मांझी सचिव की भूमिका निभा रहे हैं. पर्यावरण के जानकार गुलाबचंद ने बताया कि गांव में विभिन्न कार्यों के लिए समिति का निर्माण किया गया है. उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण के साथ-साथ आजीविका का साधन बढ़ाना है. पिछले दिनों बोकारो डीडीसी कीर्ति श्री ने गांव का दौरा कर ग्रामीणों के काम को देख खुशी जताई थी.

Also Read: बोकारो : दो बाइक की टक्कर में तीन जख्मी, एक रिम्स रेफर, पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र की है घटना

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें