27.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 03:35 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड पेसा नियमावली में संशोधन की है जरूरत : गणेश पाट पिंगुवा

Advertisement

सीतारामडेरा स्थित आदिवासी एसोसिएशन हॉल में रविवार को मानकी मुंडा संघ पूर्वी सिंहभूम द्वारा पी-पेसा-1996 पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला की अध्यक्षता मानकी मुंडा संघ के केंद्रीय अध्यक्ष गणेश पाठ पिंगुवा ने की

Audio Book

ऑडियो सुनें

जमशेदपुर: सीतारामडेरा स्थित आदिवासी एसोसिएशन हॉल में रविवार को मानकी मुंडा संघ पूर्वी सिंहभूम द्वारा पी-पेसा-1996 पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला की अध्यक्षता मानकी मुंडा संघ के केंद्रीय अध्यक्ष गणेश पाठ पिंगुवा ने की, जबकि मंच का संचालन मानकी रोशन पूर्ति और त्रिभुवन जामुदा ने किया. कार्यशाला के दौरान केंद्रीय अध्यक्ष गणेश पाठ पिंगुवा ने मानकी मुंडा हुकूकूनामा (रिकार्ड ऑफ राईट) के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की. उन्होंने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि झारखंड सरकार द्वारा तैयार किया गया पेसा कानून पी-पेसा के अनुरूप नहीं है. उनका कहना था कि आदिवासियों के क्षेत्रीय परंपराओं और व्यवस्थाओं के अनुसार ही कानून को लागू किया जाना चाहिए. इस संदर्भ में झारखंड पेसा नियमावली में संशोधन की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विल्किंसन रूल को इसमें शामिल किया जाना चाहिए. उनका मानना था कि इससे आदिवासियों का विकास उनके पारंपरिक तरीकों से संभव हो सकेगा.

- Advertisement -

नियमावली में संशोधन कर विल्किंसन रूल को शामिल किया जाये: प्रो. सोमनाथ पाड़ेया

कार्यशाला में मानकी मुंडा संघ के सलाहकार प्रो. सोमनाथ पाड़ेया ने पेसा नियमावली के तहत ग्रामसभा के संचालन, ग्रामसभा के कोरम, महिलाओं की भागीदारी और ग्रामसभा को दिए गए अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड पेसा अधिनियम नियमावली में संशोधन कर पी-पेसा के अनुरूप कोल्हान प्रमंडल में रूढ़ि परंपरा के अनुसार विल्किंसन रूल को शामिल किया जाना चाहिए. इससे क्षेत्र के आदिवासियों का समग्र विकास संभव हो सकेगा. साथ ही, गांव में नियमित रूप से ग्रामसभा का आयोजन होना चाहिए और इसकी जानकारी बीडीओ व उपायुक्त को भी प्रदान की जानी चाहिए.

विल्किंसन रूल व पी-पेसा-1996 के बारे में जानकारी दी

केंद्रीय सचिव मानकी कृष्णा सामद ने भी विल्किंसन रूल और पी-पेसा-1996 के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इन नियमों को सही तरीके से लागू करने से आदिवासी क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक सुधार संभव होंगे.कार्यशाला में पूर्वी सिंहभूम के साथ-साथ सरायकेला-खरसावां और पश्चिम सिंहभूम जिलों से भी कई प्रतिनिधि शामिल हुए. इस अवसर पर मानकी गणेश पाठ पिंगुवा, कृष्णा सामद, रोशन पूर्ति, त्रिभुवन जामुदा, रायमूल बानरा, प्रो. सोमनाथ पाड़ेया, रुद्र नारायण सिंह, इंद्रजीत मुंडा, दुर्गा प्रसाद मुंडा, श्रीराम पूर्ति, कविराज सुंडी, गालू सुंब्रूई, जुगू मुंडरी, डिबर बानरा, रघुनाथ हेंब्रम, मंगल मुंडा, मनोज जमुदा, अमर तापे, अशोक मुंडा, सुरा पूर्ति, लखन देवगम, विमल मुंडा सहित कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें