26.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 04:39 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Delhi News: आरएमएल अस्पताल में महिला का हुआ पहला सफल हर्ट ट्रांसप्लांट, 15 साल की युवती से मिला दिल

Advertisement

आरएमएल अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञों की एक टीम ने उनकी जांच की और उन्हें हृदय प्रत्यारोपण कराने की सलाह दी जिसके बाद राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) में उनका पंजीकरण कराया गया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

चंडीगढ़ में 15 अगस्त को सड़क हादसे में जान गंवाने वाली 15 वर्षीय एक लड़की के अंगों से छह लोगों की जान बचाई गई है. इसमें बिहार के भागलपुर की एक महिला भी शामिल हैं जिनमें लड़की का दिल प्रत्यारोपित किया गया है. 32 वर्षीय महिला ने बच्चे को जन्म दिया था जिसके बाद उनके दिल ने लगभग काम करना बंद कर दिया था. उनका हृदय प्रत्यारोपण सोमवार को यहां डॉ राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान में किया गया.

- Advertisement -


जांच के बाद किया एनओटीटीओ का पंजीकरण

अस्पताल ने एक बयान में कहा कि लक्ष्मी देवी को सांस लेने में परेशानी हो रही थी और उनकी यह समस्या इतनी ज्यादा थी कि वह रोजमार्रा के काम भी नहीं कर पा रही थी. बयान के मुताबिक, आरएमएल अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञों की एक टीम ने उनकी जांच की और उन्हें हृदय प्रत्यारोपण कराने की सलाह दी जिसके बाद राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) में उनका पंजीकरण कराया गया.

सड़क हादसे की पीड़ित 15 वर्षीय युवती ने बचाई जान

बयान में कहा गया है कि अंग दान करने वाली लड़की बसु 15 अगस्त को सड़क हादसे में बुरी तरह से जख्मी हो गई थी और उसे चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में भर्ती कराया गया था. बयान में कहा गया है कि उसे 20 अगस्त को ‘ब्रेन डेड’ (दिमागी रूप से मृत) घोषित कर दिया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया ताकि उनके अंग काम करते रहें.

Also Read: कोलकाता : ह्रदय के बाद अब महानगर में हुआ सफल लिवर प्रत्यारोपण
अस्पताल में यह पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण

चंडीगढ़ अस्पताल में प्रत्यारोपण समन्वयक ने दिहाड़ी मजदूरी करने वाले उसके पिता अजो मांजी की काउंसलिंग की और वह जरूरतमंद लोगों को बसु के सारे अंग दान करने को राज़ी हो गए. बयान में कहा गया है कि सूचना मिलने पर डॉ नरेंद्र सिंह झाझरिया के नेतृत्व में आरएमएल अस्पताल और एम्स के ‘कार्डियक सर्जन’ की एक टीम 21 अगस्त की शाम को पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ पहुंची और बसु के ह्रदय को निकाला और उसे तेजी से दो घंटे के अंदर दिल्ली लाया गया. बयान में कहा गया है कि दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में यह पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण है.

(भाषा- इनपुट के साथ)

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें