14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Bihar: एक प्रत्याशी ऐसा भी, नौकरी से हुए निलंबित, उपचुनाव में उतरे, फिर बन गए MLC

Advertisement

Bihar: शिक्षक से नेता बने ब्रजवासी शिक्षकों के अधिकारों को लेकर चर्चा में रहे हैं. उन्हें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहे केके. पाठक ने नौकरी से निलंबित कर दिया था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Bihar: बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र पर हुए उप चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी ने राजनीतिक दलों के गणित को गलत साबित करते हुए सभी को धूल चटा दी.  निलंबित शिक्षक के रूप में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाले ब्रजवासी ने प्रथम वरीयता के मतों की गिनती से ही बढ़त बनाई, जो अंत तक कायम रही. इस चुनाव में जन सुराज के विनायक गौतम को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा. जबकि, राजद के गोपी किशन और जदयू के अभिषेक झा तीसरे और चौथे स्थान पर रहे. जीत दर्ज करने के बाद ब्रजवासी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यहां मैं नहीं सभी शिक्षक और लोग चुनाव लड़ रहे थे. यह सभी लोगों की जीत है.

- Advertisement -

केके. पाठक ने ब्रजवासी को कर दिया था निलंबित 

शिक्षक से नेता बने ब्रजवासी शिक्षकों के अधिकारों को लेकर चर्चा में रहे हैं. उन्हें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहे केके. पाठक ने नौकरी से निलंबित कर दिया था. वह नौकरी से हटने के बाद उपचुनाव में कूद गए. वंशीधर शिक्षकों और स्नातकों के अधिकारों की लड़ाई को अपनी पहली प्राथमिकता बताते हैं. ब्रजवासी ने कहा कि वह सरकार को इसलिए धन्यवाद देना चाहेंगे क्योंकि अगर सरकार ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त नहीं किया होता तो आज वह एमएलसी नहीं बनते. सरकार ने कार्रवाई की तभी शिक्षक गोलबंद हुए और उसका नतीजा सामने है. 

मैं नहीं ये लोग हैं जीत के नायक 

उन्होंने कहा, “सरकारी तंत्रों की तानाशाही के खिलाफ संघर्ष, चाहे वह शिक्षक कर रहा हो, पत्रकार कर रहा हो, संविदा कर्मी कर रहा हो या पंचायत में काम कर रहे लोग कर रहे हों, उनकी एकजुटता इस जीत का कारण है और वही नायक भी हैं. उनकी कोशिश रहेगी, उनके इस संघर्ष को मुकाम तक पहुंचाने में सहायक बनें.” बता दें तिरहुत स्नातक सीट जदयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी. इस उप चुनाव में कुल 18 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. 

इसे भी पढ़ें: Bihar: भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय को मोदी सरकार ने दिया तोहफा, अब इस काम के लिए किसान नहीं होंगे परेशान 

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें