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देश के आजादी से पूर्व गढ़बनेली स्टेट की महारानी कलावती ने मंदिर की थी स्थापना

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उस समय यह इलाका गढ़बनेली महाराज का जागीर हुआ करता था

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वीरपुर. बसंतपुर वार्ड नंबर 13 स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर में गुरुवार को माता का पट खोल दिया गया. मंदिर जाने वाली सड़क को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. मंदिर का पुराना इतिहास है. आजादी से पूर्व गढ़बनेली स्टेट की महारानी कलावती ने 1934 में इस मंदिर की स्थापना करवायी थी. उस समय यह इलाका गढ़बनेली महाराज का जागीर हुआ करता था. पुराने लोग इस बात की जानकारी देते हैं कि बसंतपुर को 1924 में महारानी कलावती के द्वारा बसाया गया और 1934 में माता रानी की स्थापना की गई थी. मंदिर कमेटी के पूर्व सचिव गिरीश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि शुरुआती दौर में इस मंदिर परिसर में माता को बलि प्रदान भी दी जाती थी. लेकिन यह बलि प्रदान वर्ष 1950 के बाद गांव वालों ने आपसी सहमति के बाद समाप्त कर दी. इस बलि के बदले सवा क्विंटल लड्डू प्रत्येक साल चढ़ाया जाता है. माता की महिमा है अपरंपार माता रानी के इस मंदिर में कई अद्भुत चमत्कार है. इस मंदिर का प्रताप ऐसा भी है, जिसने भी इस मंदिर की संपत्ति को हड़प लेने और मंदिर पर गलत निगाह डालने का प्रयास किया है, वह जीवन में हमेशा परेशान ही रहा है. उसे माता रानी के कोप भाजन का शिकार बनना पड़ा है. इस मंदिर के शक्ति के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि माता रानी के दरबार में मन्नत मांगने वाले तथा उनकी इच्छा पूरी करने वालों की एक लंबी लिस्ट है. मन्नत पूरी होने के बाद माता दुर्गा की प्रतिमा बनाने का खर्च करने वाले दाताओं के द्वारा बीते 10 साल से लेकर अब तक ऐसे कई लोग खड़े हैं. कहते हैं सचिव मंदिर कमेटी के सचिव कुमार सौरभ शर्मा ने बताया कि वर्ष 2002 में मंदिर को नये स्वरूप में जीर्णोद्धार करते हुए भव्य रूप दिया गया. ग्रामीण मंदिर के प्रति काफ़ी आस्था रखते हैं. इतने बड़े भव्य मंदिर के निर्माण में एक भी बाहरी मजदूर को नहीं लगाया गया. सभी गांव वाले ही श्रमदान कर इस मंदिर का निर्माण किया. जिसमें अब सभी गांव वालों के आर्थिक मदद के साथ मंदिर के निर्माण में लड्डू मिश्र, प्रकाश जैन, बबलू भगत आदि लोगों का सहयोग रहा है. बताया जा रहा है कि इस साल सचिव कुमार सौरभ शर्मा ने मंदिर में पांच मन लड्डू का चढ़ावा किया है. ताकि गांव में सुख और शांति हो. मूर्तिदाता भी श्री शर्मा ही हैं. अध्यक्ष अनिल खेड़वार उर्फ़ मंटू बाबा, सचिव कुमार सौरभ शर्मा, कोषाध्यक्ष सुमन प्रसाद गुप्ता, उपाध्यक्ष पवन पोद्दार, उपसचिव रामबाबू व प्रदीप शर्मा, सलाहकार उमेश प्रसाद गुप्ता, भोला प्रसाद गुप्ता, शिवनारायण खेड़वार, सहदेव शर्मा, सत्यनारायण शर्मा सहित समस्त ग्रामवासी का सहयोग रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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