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महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनायी गयी बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि

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रमेश प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने डॉ अंबेडकर के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

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रतनपुर. बसंतपुर प्रखंड अंतर्गत सातनपट्टी पंचायत के वार्ड नंबर 12 में शुक्रवार को भारत के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया. रमेश प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने डॉ अंबेडकर के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य मो समीम, पूर्व मुखिया धर्मेंद्र पासवान, रामचंद्र गौतम, रामलखन बौद्ध, डॉ संजय, आरजेडी नेता विपिन कुमार, पप्पू कुमार, संतोष कुमार आदि ने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर अपने नाम से पूरे विश्व में लोकप्रिय है. वे भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और महान समाज सुधारक थे. डॉ अंबेडकर दलित-बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया था और दलित व अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था. श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था. वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे. बताया कि व्यावसायिक जीवन के आरंभिक भाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी किया था. जिसके बाद इनका जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बिताया. आंबेडकर भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और चर्चाओं में शामिल हो गए. पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत भी किया. भारत के संविधान निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा. हिंदू पंथ में व्याप्त कुरीतियों और छुआछूत की प्रथा से तंग आकार सन 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था. भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था. इस मौके पर अशोक राम, मो कादिर, सुभाष कुमार रजक, फणीलाल राम, सागर राम आदि मौजूद थे.

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