छपरा. छपरा जंक्शन पर अनारक्षित टिकट व आरक्षित टिकट प्रणाली को यूपीआइ सिस्टम से जोड़ दिया गया है. इसके बावजूद यूपीआइ पेमेंट में गति नहीं दिख रही है. यूपीआइ के माध्यम से पेमेंट कर टिकट लेने वाले यात्री काफी कम हैं. इन दिनों तीन अनारक्षित टिकट काउंटर चालू अवस्था में है जिससे प्रति काउंटर डेढ़ से दो लाख का नकद राजस्व आ रहा है, जिसमें से 10 प्रतिशत ही यात्री यूपीआइ के माध्यम से टिकट ले रहे हैं. इससे महज 15 से 20 हजार रुपये का ही पेमेंट यूपीआइ से हो रहा है. यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर रेल प्रशासन ने यूपीआइ से पेमेंट की व्यवस्था शुरू की थी, लेकिन अब तक इसमें बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है. ऐसी अवस्था में कर्मचारियों का कहना है कि अत्यधिक भीड़ को लेकर ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में यात्री नकद राशि का ही भुगतान आसान समझ रहे हैं. हालांकि आरक्षित टिकट काउंटर पर यात्रियों द्वारा यूपीआइ से पेमेंट कर टिकट प्राप्त किया जा रहा है.
ट्रेनों में नहीं मिल पा रहा यूपीआइ से आरक्षित यात्रा टिकट
एक तरफ जहां रेल प्रशासन ने जंक्शन पर यूपीआइ के माध्यम से आरक्षित तथा अनारक्षित टिकट की व्यवस्था की है, तो वहीं चलती ट्रेनों में यात्रियों को यूपीआइ के माध्यम से आरक्षित टिकट नहीं मिलने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को दरभंगा से नयी दिल्ली जाने वाली अप बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन से कई यात्रियों को जनरल कोच से टीटीइ के द्वारा उतार दिया गया. यात्रियों का कहना था कि यूपीआइ के माध्यम से पेमेंट कर हमें आरक्षित टिकट ही मुहैया करा दें ताकि हमलोग यात्रा कर सके, लेकिन रनिंग टीटी के द्वारा यूपीआइ से पेमेंट नहीं लेने से साफ तौर पर मना करते हुए कई यात्रियों को जंक्शन पर ही उतार दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है