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Chapra News : डस्टबिन का नहीं हो रहा है प्रयोग शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर

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छपरा. शहर में कई जगहों पर नगर निगम द्वारा लगाये गये डस्टबिन व कंटेनर मेंटेनेंस के अभाव में इस्तेमाल नहीं किये जा रहे हैं. चौक-चौराहों पर लगे अधिकतर डस्टबिन व कंटेनर रखरखाव के अभाव में खराब हो गये हैं. वहीं जो बचे हैं वह औंधे मुंह पड़े हुए हैं. जिस कारण उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है.

कुछ वर्ष पूर्व शहर के विभिन्न मुहल्लों में लोह के बड़े कंटेनरनुमा डस्टबिन लगाये गये थे. वहीं कई जगहों पर सूखे व गीले कचरे को फेंकने के लिए अलग-अलग रंग के प्लास्टिक के डस्टबीन भी लगाये गये थे. हालांकि नियमित रूप से यहां सफाई नहीं होने तथा लोगों में भी जागरूकता का अभाव होने के कारण डस्टबिन का उपयोग नहीं हो रहा है. डस्टबिन का मेंटेनेंस नहीं होने के कारण शहर को साफ-सुथरा रखने के प्रयासों को भी गति नहीं मिल पा रही है.

डस्टबिन के अभाव में सड़क पर ही कचरा फेंकते हैं लोग

शहर के साहेबगंज, गुदरी, अस्पताल चौक, योगिनियां कोठी, महमूद चौक, सरकारी बाजार आदि इलाकों में दर्जनों ऐसे लोहे के कंटेनर हैं, जो सड़क पर उलट कर रखे गये हैं. वहीं कई जगहों पर तो डस्टबिन के अभाव में सड़क पर ही लोग कचरा फेंकते हैं. कई मामलों में लोगों में भी जागरूकता का अभाव देखा गया है. वहीं कई जगहों पर नगर निगम के सफाईकर्मियों की लापरवाही के कारण डस्टबिन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. लोगों का कहना है कि डस्टबिन में कचरा फेंकने के बाद महीनों नगर निगम द्वारा यहां जमा कचरे का उठाव नही होता. जिस कारण कचरा सड़ कर दुर्गंध देने लगता है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि शरारती तत्वों द्वारा डस्टबिन को पलट दिया गया है. विदित हो कि शहर को साफ-सुथरा बनाये रखने के लिए नगर निगम द्वारा हर माह लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. हालांकि साफ-सफाई में अनियमितता के कारण शहर में गंदगी व प्रदूषण का ग्राफ बढ़ते ही जा रहा है.

कई इलाकों में जागरूकता का भी अभाव

नगर निगम का कहना है कि वैसे जितने भी डस्टबिन या कंटेनर जिनका इस्तेमाल मेंटेनेंस के अभाव में नहीं हो रहा है उन्हें ठीक कराया जायेगा. हालांकि थोड़ी सी नासमझी और जागरूकता के अभाव के चलते कई जगहों पर लगे यह डस्टबीन औंधे मुंह गिरे हुए हैं. अधिकतर जगहों पर लोग अपनी जिम्मेदारी को भूल कर सड़कों पर ही कचड़ा फेंक देते है जिस कारण शहर में कई जगह छोटे-छोटे डंपिंग जोन बन गये हैं.

कचरा उठाव के लिए दिया गया है निर्देश

जहां भी कंटेनर व डस्टबिन लगे हैं वहां नियमित सफाई व कचरा उठाव के लिए निर्देश दिया गया है. जहां मेंटेनेंस की जरूरत है वहां कराया जायेगा.

लक्ष्मी नारायण गुप्ता, मेयर, छपरा नगर निगम

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

छपरा. शहर में कई जगहों पर नगर निगम द्वारा लगाये गये डस्टबिन व कंटेनर मेंटेनेंस के अभाव में इस्तेमाल नहीं किये जा रहे हैं. चौक-चौराहों पर लगे अधिकतर डस्टबिन व कंटेनर रखरखाव के अभाव में खराब हो गये हैं. वहीं जो बचे हैं वह औंधे मुंह पड़े हुए हैं. जिस कारण उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है.

कुछ वर्ष पूर्व शहर के विभिन्न मुहल्लों में लोह के बड़े कंटेनरनुमा डस्टबिन लगाये गये थे. वहीं कई जगहों पर सूखे व गीले कचरे को फेंकने के लिए अलग-अलग रंग के प्लास्टिक के डस्टबीन भी लगाये गये थे. हालांकि नियमित रूप से यहां सफाई नहीं होने तथा लोगों में भी जागरूकता का अभाव होने के कारण डस्टबिन का उपयोग नहीं हो रहा है. डस्टबिन का मेंटेनेंस नहीं होने के कारण शहर को साफ-सुथरा रखने के प्रयासों को भी गति नहीं मिल पा रही है.

डस्टबिन के अभाव में सड़क पर ही कचरा फेंकते हैं लोग

शहर के साहेबगंज, गुदरी, अस्पताल चौक, योगिनियां कोठी, महमूद चौक, सरकारी बाजार आदि इलाकों में दर्जनों ऐसे लोहे के कंटेनर हैं, जो सड़क पर उलट कर रखे गये हैं. वहीं कई जगहों पर तो डस्टबिन के अभाव में सड़क पर ही लोग कचरा फेंकते हैं. कई मामलों में लोगों में भी जागरूकता का अभाव देखा गया है. वहीं कई जगहों पर नगर निगम के सफाईकर्मियों की लापरवाही के कारण डस्टबिन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. लोगों का कहना है कि डस्टबिन में कचरा फेंकने के बाद महीनों नगर निगम द्वारा यहां जमा कचरे का उठाव नही होता. जिस कारण कचरा सड़ कर दुर्गंध देने लगता है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि शरारती तत्वों द्वारा डस्टबिन को पलट दिया गया है. विदित हो कि शहर को साफ-सुथरा बनाये रखने के लिए नगर निगम द्वारा हर माह लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. हालांकि साफ-सफाई में अनियमितता के कारण शहर में गंदगी व प्रदूषण का ग्राफ बढ़ते ही जा रहा है.

कई इलाकों में जागरूकता का भी अभाव

नगर निगम का कहना है कि वैसे जितने भी डस्टबिन या कंटेनर जिनका इस्तेमाल मेंटेनेंस के अभाव में नहीं हो रहा है उन्हें ठीक कराया जायेगा. हालांकि थोड़ी सी नासमझी और जागरूकता के अभाव के चलते कई जगहों पर लगे यह डस्टबीन औंधे मुंह गिरे हुए हैं. अधिकतर जगहों पर लोग अपनी जिम्मेदारी को भूल कर सड़कों पर ही कचड़ा फेंक देते है जिस कारण शहर में कई जगह छोटे-छोटे डंपिंग जोन बन गये हैं.

कचरा उठाव के लिए दिया गया है निर्देश

जहां भी कंटेनर व डस्टबिन लगे हैं वहां नियमित सफाई व कचरा उठाव के लिए निर्देश दिया गया है. जहां मेंटेनेंस की जरूरत है वहां कराया जायेगा.

लक्ष्मी नारायण गुप्ता, मेयर, छपरा नगर निगम

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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