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कर्पूरी बस पड़ाव के लिए 46.17 लाख रुपये का रि टेंडर

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नगर निगम के कर्पूरी बस पड़ाव की बंदोबस्ती के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 46 लाख 17 हजार 600 रुपये सुरक्षित जमा राशि के साथ री टेंडर निकाला गया

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समस्तीपुर. नगर निगम के कर्पूरी बस पड़ाव की बंदोबस्ती के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 46 लाख 17 हजार 600 रुपये सुरक्षित जमा राशि के साथ री टेंडर निकाला गया है. बंदोबस्ती का समय आगामी 1 अगस्त से 31 मार्च 2025 तक आठ माह के लिए निर्धारित है. इससे पहले भी निगम प्रशासन ने बीते 10 जून को कर्पूरी बस पड़ाव के बंदोबस्ती के लिए निविदा प्रकाशित किया था. इसमें आठ माह के लिए सुरक्षित जमा राशि 51 लाख 94 हजार 800 रुपये तय की गई. 26 से 30 जुलाई तक डाक का अंतिम समय निर्धारित था, लेकिन संवेदकों की भागीदारी शून्य रही. यह पहली बार नहीं था. जब इसकी बंदोबस्ती नहीं हो सकी. पिछले आठ साल से यह प्रकिया अनवरत जारी है. पिछले साल वित्तीय वर्ष 2023- 24 में 28 जून को भी निगम प्रशासन की ओर से कर्पूरी बस पड़ाव की बंदोबस्ती के लिए निविदा निकाली गई थी. लेकिन, उस वक्त भी संवेदकों ने डाक में दिलचस्पी नहीं दिखाई. इस कारण टेंडर विफल रहा. चूंकी, टेंडर का बेस प्राइस अधिक था. दरभंगा क्षेत्रिय परिवहन निगम प्राधिकार ने आठ माह के लिए सुरक्षित जमा राशि 1 करोड़ 19 लाख 89 हजार 720 रुपये निर्धारित किया था. लेकिन, बाद में निगम प्रशासन ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की बंदोबस्ती के लिए पहल करते हुए विभागीय स्तर पर रेट कम कराने का प्रस्ताव भेजा. जिसके बाद वित्तीय वर्ष 2024-25 में आठ माह के बंदोबस्ती हेतु सुरक्षित जमा राशि 51 लाख 94 हजार 800 रुपये निर्धारित की गई. इसके बाबजूद संवेदकों की भागीदारी शून्य रही. निगम प्रशासन ने बताया कि दुबारा रेट कम कर रि-टेंडर प्रकाशित किया गया है. वित्तीय वर्ष 2015 के बाद हर साल विफल रहा टेंडर वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर परिषद (उत्क्रमित नगर निगम ) के अधीन कर्पूरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती कुल 40 लाख 46 हजार 51 रुपये में की गई थी. इसके बाद वर्ष 2016-17 में दरभंगा क्षेत्रिय परिवहन निगम प्राधिकार के द्वारा बंदोबस्ती का रेट दुगुना बढाकर 1 करोड़ 91 लाख तय किए गए. इसके बाद बेस प्राइस अधिक होने के कारण संवेदकों ने डाक में दिलचस्पी नहीं दिखाई. पिछले नौ साल से लगातार कर्पूरी बस पड़ाव का टेंडर विफल रहा है. विभागीय स्तर पर वसूली के कारण हर वर्ष लाखों रुपये राजस्व की क्षति नगर निगम के विभागीय स्तर पर कर्पूरी बस पड़ाव में वसूली के कारण हर साल लाखों रुपये राजस्व की क्षति हो रही है. महालेखाकार प्रतिवेदन के अनुसार वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2016-17 तक कर्पूरी बस पड़ाव के वसूली के कारण 33 लाख 28 हजार रुपये राजस्व की क्षति हुई. लेखा परीक्षा के दौरान अभिलेखों की संवीक्षा में यह बात सामने आई कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में नगर परिषद (उत्क्रमित नगर निगम) के अधिन कर्पूरी बस पड़ाव की बंदोबस्ती कुल 40 लाख 46 हजार 51 रुपये में तय की गई थी. लेकिन, वित्तीय वर्ष 2017-18 के बजट के आंकड़ों के अनुसार वर्ष वर्ष 2015-16 में बस पड़ाव के विभागीय वसूली द्वारा महज 24 लाख 51 हजार 249 रुपये प्राप्त हुए. विभागीय वसूली के कारण निगम को कुल 15 लाख 94 हजार 757 रुपये राजस्व की क्षति हुई. वर्ष 2016-17 के लिए बस पड़ाव की बंदोबस्ती नहीं की गई थी तथा 23 वर्ष पुराने दर पर ही विभागीय वसूली की गई. नगर विकास एवं आवास विभाग को प्रेषित वर्ष 2016-17 के मासिक प्रगति प्रतिवेदन के अनुसार वर्ष 2016-17 में बस पड़ाव के विभागीय वसूली द्वारा कुल 23 लाख 11 हजार 491 रुपये प्राप्त हुए. जो वर्ष 2015-16 की सुरक्षित जमा राशि 40 लाख 44 हजार 435 रुपये से 17 लाख 32 हजार 944 रुपये कम थी. इस प्रकार विभागीय वसूली के कारण वर्ष 2016-17 में कुल 17 लाख 32 हजार 944 रुपये राजस्व की क्षति हुई. वर्ष 2015-16 में बंदोबस्ती धारकों द्वारा पुराने दर पर टाल वसूली किए जाने एवं बंदोबस्ती के शर्तों के अनुसार सितंबर 2015 तक बंदोबस्ती की शेष 50 प्रतिशत राशि जमा नहीं की गई तथा विभागीय स्तर पर वसूली प्रारंभ कर दी गई. परिणाम स्वरुप नगर परिषद को इस मद में न्यूनतम राशि 33 लाख 27 हजार 701 रुपये राजस्व से वंचित रहना पड़ा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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