28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कोसी में बाढ़ तो तिलावे समेत अन्य छोटी नदियों में पानी का अभाव

Advertisement

कोसी में बाढ़ तो तिलावे समेत अन्य छोटी नदियों में पानी का अभाव

Audio Book

ऑडियो सुनें

पानी के अभाव में तिलावे समेत अन्य छोटी-छोटी नदियों का अस्तित्व खतरे में सौरबाजार . कोसी और गंगा नदी में पानी क्षमता से अधिक आ जाने के कारण जहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वहीं कोसी के बाद सहरसा की सबसे बड़ी नदी तिलावे में पानी के लाले पड़े हैं. बस बारिश का थोड़ा पानी है. पानी के अभाव में इस नदी का अब अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है. तिलावे के अतिरिक्त और भी छोटी-छोटी कई नदी नाले और नहर हैं, जो पानी के लिए तरस रहे हैं. यदि बराज से कोसी नदी के अतिरिक्त इन सभी सहायक नदियों और नहरों में पानी को बांटकर छोड़ा जाये तो तटबंध के अंदर पानी का दबाव कुछ घट सकता है और लोगों की परेशानी कम हो सकती है. लेकिन इन सभी नदियों का मुहाना जाम होने के कारण इनमें पानी नहीं आ पाता है और अब तो लोग इसे अतिक्रमण कर इनमें मिट्टी भराई कर घर भी बनाने लगे हैं. लेकिन स्थानीय प्रशासन को इसकी तनिक भी चिंता नहीं है. तिलावे नदी में गाद सफाई के नाम पर मनरेगा समेत अन्य कई योजना चलाकर सरकारी खजाना से राशि जरूर निकासी की गयी है, लेकिन धरातल पर काम कुछ भी नहीं हुआ है. स्थिति जस की तस बनी हुई है. स्थानीय लोगों के बीच चर्चा बनी रहती है कि एक तरफ जहां कोसी नदी में क्षमता से अधिक पानी भेजी जाता है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी सहायक नदियों में पानी के लाले पड़े रहते हैं और पानी के अभाव में ये सभी नदियां अपना अस्तित्व समाप्त करने के कगार पर है. ऐसे में यदि इन सभी नदियों का मुहाना साफ कर उनके गाद की सफाई कर इसमें नियमित पानी छोड़ा जाये तो इस क्षेत्र के लोगों को लाभ भी पहुंचेगी और तटबंध के अन्दर की परेशानी भी कम होगी.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें