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Purnia News : विकास बाजार : कभी था शहर की शान, आज बदहाली कर रही हैरान

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विकास बाजार में जल निकासी की सुविधा नहीं है. इससे दुकानदारों को परेशानी होती है. शुरुआती दौर मिली सहूलियत धीरे-धीरे खत्म हो गयी.

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Purnia News : पूर्णिया. 80 के दशक में जिले के मुख्य सड़क एनएच 31 पर ठीक बस स्टैंड के सामने बेहद सुव्यवस्थित तरीके से एक मार्केट को विकसित किया गया था. नाम दिया गया था विकास बाजार. तीन ब्लॉक में कुल 132 दुकानें. सभी के आगे पार्किंग की जगह, चारों ओर जाने के लिए रास्ते, जल निकास सहित शौचालय आदि की व्यवस्था सबकुछ इतने करीने से की गयी थी कि सभी प्रकार के ग्राहकों और दुकानदारों को सहूलियत थी. 1987 से शुरू हुए इस विकास बाजार के लगभग 37 वर्षों के बाद के हालात को देखने के बाद किसी के लिए सहसा यह यकीन करना नामुमकिन सा है कि किसी जमाने में विकास बाजार शहर की शान हुआ करता था पर आज बदहाली देख लोग हैरान हो रहे हैं. गौरतलब है कि विकास बाजार में भविष्य की योजनाओं के लेकर तीनों ब्लॉक के मध्य छत के ऊपर एक बड़े से हॉल का भी निर्माण कराया गया था जिसका इस्तेमाल मार्केट से ही संबंधित किसी तरह के प्रदर्शनी के लिए किया जाना था. रोजमर्रा के सामानों के साथ साथ चाय नाश्ते मिठाइयां तक की दुकाने यहां शुरू से लेकर अब तक उपलब्ध हैं. खुदरा के साथ साथ अनेक सामग्रियों के थोक कारोबारी भी यहां हैं. लेकिन विडंबना है कि बारंबार गुहार लगाए जाने के बावजूद इसके जीर्णोद्धार की पहल नहीं हो सकी है.

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बारिश का मौसम करीब देख दुकानदार चिंतित

बदलते समय के साथ-साथ पूरे बाजार की स्थिति बदलती चली गयी. सड़कों के निर्माण और बाद में इसके चौड़ीकरण ने सबसे पहले जल निकास की समस्या खड़ी कर दी. मार्केट के चारों ओर जलनिकास के लिए जो भी नाले बनाए गये थे सभी बंद हो गये. आज यह क्षेत्र सड़क से नीचे चले जाने की वजह से जगह जगह टापू की शक्ल में दिखने लगी है. आज हल्की सी बारिश में भी इस मार्केट में प्रवेश करना तक मुश्किल हो जाता है. बरसात के आगमन को लेकर यहां के दुकानदारों के माथे पर शिकन साफ़ दिखने लगी है क्योंकि बारिश के दिनों में वर्षा और नाले का पानी इनकी दुकानों के अन्दर तक प्रवेश कर जाता है. कई दुकानदारों ने बताया कि पहले विकास बाजार और मुख्य सड़क एनएच 31 के बीच जल निकास के लिए बड़ा सा नाला पूरे मार्केट के सामने से बनाया गया था जिसके पानी का निकास मुख्य नाले तक था लेकिन बाद के दिनों में सामने सड़क बन जाने से नाले ने दम तोड़ दिया.

महिला दुकानदारों की स्थिति दयनीय

पूर्णिया के विकास बाजार में कुछ महिला दुकानदार भी हैं जिनका पूरा समय यहीं गुजरता है. कहती हैं महिलाओं के लिए यूरिनल और शौचालय की भारी समस्या है महिला ग्राहकों द्वारा भी इस बारे में पूछने पर वे खामोश हो जाती हैं. पूर्व में बने शौचालय अब उपयोग में लाने लायक नहीं रहे किसी तरह लोग अपना काम चलाते हैं. इधर हाल के दिनों में नगर निगम द्वारा सड़क के किनारे टॉयलेट बनाये गये हैं. लेकिन उनका इस्तेमाल मार्केट के लोग कम ही करते हैं.

नेता व अधिकारी को कई बार दे चुके हैं आवेदन

यहां के दुकानदारों ने बताया कि दुकानों के मेंटनेंस से लेकर जलनिकास व अन्य कई समस्याओं को लेकर नेता से लेकर अधिकारी तक को कई बार आवेदन दे चुके हैं लेकिन अबतक कोई सुनवाई नहीं हुई है. कहा यहां की सबसे बड़ी समस्या जल निकास की है.वहीँ कुछ दुकानदारों ने विकास बाजार के सामने मुख्य सड़क पर नगर निगम द्वारा ऑटो, टोटो स्टैंड को लेकर खोदे गये गड्ढे पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बरसात में काम शुरू किया गया है वह भी मार्केट के सामने इससे भी उन्हें कारोबार में नुकसान पहुंचने का अंदेशा है.

आंकड़ों पर एक नजर

  • 1987 में बनकर तैयार हुआ था विकास बाजार
  • 37 वर्षों के बाद भी बाजार के जीर्णोद्धार की पहल नहीं
  • 03 ब्लॉक बनाये गये थे
  • 132 दुकानों का निर्माण कर दिया गया था आवंटन

दुकानदारों को सता रहा बरसात में परेशानी का भय

बहुत ही बेहतरीन ढंग से इस मार्केट को बनाया गया था. हर तरह की सुविधा उपलब्ध करायी गयी थी ग्राहकों को भी और दुकानदारों को भी. सालो भर नाले का पानी जमा रहता है और अब बरसात होगी तो तालाब की तरह दिखने लगेगा पूरा मार्केट.
-कन्हैया कुमार, दुकानदार.
यहां की परेशानियों को लेकर कई बार दुकानदारों ने मिलकर आवेदन दिया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. ग्राहक आना ही नहीं चाहते. सामने नगरनिगम ने ऑटो टोटो और यात्री शेड का काम बरसात में शुरू किया है परेशानी और बढ़ेगी.
-कमल कुमार, दुकानदार
प्रायः सभी लोग समय पर किराए की राशि का भुगतान करते आ रहे हैं लेकिन कुछ बाक़ीबकाये वाले मामले को लेकर पिछले साल सभी को बकाया समाप्त कर देने के बाद कार्य कराये जाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन उसके बाद भी काम नहीं हुआ.
-कन्हैया प्रसाद, दुकानदार

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