बोले सांसद.
सूबे के तीन नेताओं पर करेंगे 10 करोड़ का मानहानि का केस
पूर्णिया. सांसद पप्पू यादव ने धमकी मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इस मसले को लेकर हाईकोर्ट में तीन बार बहस हो चुकी है. अगले शुक्रवार को पूरी बहस होनी है. उक्त बातें सांसद पप्पू यादव ने कहीं. रविवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में सांसद सत्तापक्ष के नेताओं पर जमकर बरसे. कहा कि इस मसले पर अनाप-शनाप बयानबाजी करनेवाले तीन नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ का मानहानि का मुकदमा करूंगा. इन तीन व्यक्तियों में एक प्रदेश प्रवक्ता हैं. दूसरा मंत्री और तीसरा पूर्व सांसद हैं. केस फाइल करने के लिए वकील को मैंने सारे तथ्य दे दिये हैं. जल्द ही इन तीनों व्यक्तियों को मानहानि का प्लीडर नोटिस भेजा जायेगा. सांसद ने कहा कि इन तीनों को मैं एक मशवरा देना चाहता हूं. आप आलोचना कीजिए लेकिन तथ्य के साथ कीजिये. आपको पूरा अधिकार है अपनी बात कहने का, लेकिन गाली गलौज करना कहीं से भी उचित नहीं है. शब्दों का चयन होना चाहिए. मैं नहीं चाहता हूं कि समाज का माहौल खराब हो. जातीय विद्वेष फैले. मेरा इन तीनों से कोई लेना देना नहीं है. मेरा छोटा सा आग्रह है कि आप धमकी प्रकरण मामले की सीबीआई जांच करवा लें. झारखंड सरकार ने कल जो फेसबुक के माध्यम से धमकी दी गयी, उसकी जांच एसआइटी से शुरू कर दी है.पूर्णिया पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
सांसद ने पूर्णिया पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपित को कैसे थाना से बेल दे दिया गया जबकि धमकी सीरियस मामला होता है. आरोपित का कहना है कि उसकी मुलाकात पटना के इको पार्क में हुई. मिलने वाले एवं धमकी देने वाले, दोनों के टेलीफोन का कोई आदान प्रदान तो हुआ होगा? बुलाने का और मिलने के बाद टेलीफोन से बातचीत तो हुई होगी? आरोपित व्यक्ति का कहना है कि उसे उसका फोन नंबर याद नहीं है. इन सबकी तकनीकी जांच क्यों नहीं की गयी? दोनों के कॉल डिटेल्स क्यों नहीं निकाले गये. अगर इको पार्क में दोनों मिले थे तो उस दिन का सीसीटीवी कैमरे का फुटेज क्यों नहीं खंगाला गया?
जिंदगी के साथ मजाक कर रही है सरकार
सांसद ने कहा कि सरकार हमारी जिंदगी के साथ मजाक कर रही है. ठीक उसी तरह जब एक दशक पूर्व तात्कालीन सरकार उसके तंत्र ने हेमंतशाही के साथ किया गया था. शाही को गोली लगने से पूर्व उन्हें बार-बार धमकी मिल रही थी. तब पुलिस ने कहा कि मजाक कर रहा है. जबकि धमकी देने के दो घंटे के अंदर उनकी हत्या कर दी गयी. मैंने स्पीकर एवं होम मिनिस्टर को पत्र भेजा है और प्रीविलेज भी मंगलवार को लाने जा रहा हूं. इस अवसर पर मुख्य रूप से अफरोज आलम, राजेश यादव, संजय सिंह, दिवाकर चौधरी, हाजी अब्दुल सतार, शंकर सहनी, सुरेन्द्र जयसवाल, समिउललाह आदि मौजूद थे.
फोटो. 8 पूर्णिया 6 – संबोधित करते सांसद पप्पू यादव.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है