तीन दिनों में 4.7 डिग्री सेल्सियस गिरा पारा
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर अब पटना सहित राज्य के अधिकांश शहरों में देखने को मिलने लगा है.
संवाददाता, पटना
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर अब पटना सहित राज्य के अधिकांश शहरों में देखने को मिलने लगा है. देश के उत्तरी भाग से आ रही शुष्क और सर्द पछुआ हवाओं के कारण शहरों के न्यूनतम तापमान में लगातार कमी आ रही है. पटना में ही बीते तीन दिनों में शहर के न्यूनतम तापमान में 4.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार नौ दिसंबर को शहर का न्यूनतम पारा 16.1 डिग्री सेल्सियस था, जबकि गुरुवार को न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं अधिकतम तापमान में भी लगभग दो डिग्री की कमी आयी है. अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि दिसबंर का पहला पखवारा बीतने के बाद सर्दी अपना असर दिखाना शुरू कर देगी. राज्य के तराई वाले क्षेत्र में घने कोहरे का असर रहेगा. शीतलहर होने पर बचाव के करें उपाय : डीएम पटना . शीतलहर या पाला की स्थिति उत्पन्न होने पर बचाव का उपाय करें और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार त्रुटिहीन प्रबंध सुनिश्चित करें. उक्त निर्देश डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, भूमि सुधार उप समाहर्ताओं तथा अंचलाधिकारियों को दिया. जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जैसे ही शीतलहर प्रारंभ हो, विवेक से गरीब एवं निःसहाय व्यक्तियों को शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त अलाव की व्यवस्था की जाये. अलाव ऐसे स्थानों पर जलाया जाये, जहां अधिक से अधिक निर्धन एवं असहाय लोग निवास करते हैं या एकत्र होते हों यथा धर्मशाला, अस्पताल परिसर, रैन बसेरा आदि.
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