Patna University : कर्मचारी हड़ताल पर, अधिकारी बैठे रहे कुलपति आवास पर
पटना यूनिवर्सिटी (पीयू) में कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन तालाबंदी गुरुवार से शुरू हो गयी. तालाबंदी के पहले दिन पीयू कर्मियों ने विवि के मुख्य द्वारा पर ताला जड़ दिया था
– लॉ कॉलेज में पुलिस की मदद से करायी गयी परीक्षा
संवाददाता, पटनापटना यूनिवर्सिटी (पीयू) में कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन तालाबंदी गुरुवार से शुरू हो गयी. तालाबंदी के पहले दिन पीयू कर्मियों ने विवि के मुख्य द्वारा पर ताला जड़ दिया था. सभी कॉलेज व विवि के कर्मी हड़ताल पर बैठे रहे और पूरे विश्वविद्यालय मुख्यालय में दिन भर कामकाज पूरी तरह से ठप रहा. कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह के आवास पर ही अधिकारी बैठे रहे. हड़ताल को लेकर चर्चा हुई. देर शाम कर्मचारियों से यूनिवर्सिटी के पांच अधिकारियों ने वार्ता की. कुलपति की ओर से भेजे गये दल से कर्मचारियों ने अपनी बातें को रखा. सभी मांगों को लागू करने की मांग की. लेकिन कर्मचारियों की ओर से तालाबंदी खत्म नहीं की गयी. देर रात तक कर्मचारी संघ से हड़ताल समाप्त करने को लेकर वार्ता भी चलती रही, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. तालाबंदी के पहले दिन कॉलेजों में भी पठन-पाठन पूरी तरह से बाधित रहा. इधर कॉलेजों में शुक्रवार से परीक्षा है और इसको लेकर केंद्राधीक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि परीक्षा होगी या नहीं होगी और होगी तो कैसे होगी.
लॉ कॉलेज में पुलिस की मदद से शिक्षकों ने ताला तोड़कर करायी परीक्षा
हालांकि गुरुवार को लॉ कॉलेज में फाइन आर्ट्स की परीक्षा थी, जिसे सफलतापूर्वक करा लिया गया. प्राचार्य प्रो वाणी भूषण ने कहा कि कॉलेज के पीछे के गेट का ताला पुलिस और शिक्षकों की मदद से तुड़वाया गया और परीक्षा करायी गयी. कर्मचारी मौखिक विरोध कर रहे थे, लेकिन उन्होंने परीक्षा को बाधित नहीं किया. पटना कॉलेज में पढ़ाई-लिखाई पूरी तरह से ठप रही. प्रशासनिक भवन समेत कई क्लास रूम में तालाबंदी कर दी गयी थी. पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि आउटसोर्सिंग कर्मी के माध्यम से ताला खुलवाने का प्रयास किया गया, लेकिन कर्मचारियों ने अपना ताला लगा दिया था, जिसे नहीं खोला जा सका. उन्होंने कहा कि उनके केंद्र पर ऑब्जर्वर के नाम आ गये हैं, परीक्षा तय समय से होगी. कैसे होगी यह उस समय की परिस्थिति पर निर्भर करेगा. बीएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि हड़ताल की वजह से क्लास रूम बंद नहीं थे, लेकिन हड़ताल की खबर के कारण छात्र स्वयं ही कॉलेज नहीं आये थे.विभिन्न संगठनों ने हड़ताल का किया समर्थन
इधर बिहार प्रोग्रेसिव यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने हड़ताल का समर्थन किया है. बीपूटा के कोषाध्यक्ष डाॅ शोभन चक्रवर्ती और डॉ आशुतोष कुमार ने समर्थन पत्र दिया. छात्र संगठन आइसा ने आंदोलन का समर्थन किया है. आइसा के राज्य सचिव कुमार दिव्यम ने कहा कि कर्मचारियों के साथ आइसा खड़ा है. पटना विवि के छात्र संघ के अध्यक्ष आनंद मोहन और महासचिव बिपुल कुमार ने भी आंदोलन का समर्थन किया है. कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में कर्मियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार, अनुकंपा पर नियुक्ति, एसीपी, आवास निर्माण, डीडीइ के कर्मियों वेतन संबंधी समस्या का निराकरण, प्रोन्नति आदि शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है