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Video: अक्षरा सिंह का छठ को लेकर सामने आया गीत, पूछी दउरा महिलाएं क्यों नहीं उठा सकतीं

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chhath geet भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह इस बार छठ पूजा कर रही हैं. इसको लेकर बिना मेकअप का उन्होंने अपनी एक तस्वीर भी शेयर करते हुए सवाल उठाया है कि महिलाएं छठ पूजा में अपने माथे पर दउरा क्यों नहीं उठा सकतीं?

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chhath geet लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह का एक नया गाना सामने आया है.अक्षरा सिंह ने अपने इस गाने के सहारे महिलाओं से जुड़ा एक बड़ा सवाल खड़ा किया है. बिना मेकअप के अक्षरा सिंह ने अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए इससे पहले अपने में आस्था के महापर्व छठ का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल किया है कि छठ का दउरा महिलाएं क्यों नहीं उठा सकतीं?

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ये भी पढ़ें… Video: ‘दुखवा मिटाईं छठी मईया…’ कैंसर से जूझ रहीं शारदा सिन्हा ने छठी मइया से लगाई गुहार

इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है, ‘बनऽ न कवन देव कहरीया , दउरा घाटे पहुंचाय’आगे उन्होंने लिखा है कि ना जाने कितने साल से छठ का ये पारंपरिक गीत गाया जाता है और जब जब मैं इस गीत कि यह पंक्ति सुनती हूं तो मन में यह ख़याल आता है कि जो महिला छठ पूजा के प्रत्येक रस्म को (खरना से समाप्ति तक) इतनी श्रद्धा और मेहनत से तीन दिन उपवास रखकर करती है ……

उसी महिला को अपने माथे पे दउरा उठाकर घाट जाने का रस्म क्यों नहीं है ? क्यों कोई देव ही कहरीया बने कोई दवी क्यों नहीं हो सकती ? एक बेटी होने के नाते मेरी हथजोड़ी है कि बदलते परिवेश में हमारा समाज इसपर विचार करें कि जिस घर में बेटा नहीं क्या वहां छठ नहीं हो सकता ? और यह विचार इसलिए भी प्रबल हुआ क्योंकि पहली बार मैं भी छठ कर रही हूं. छठी मईया की जय.’

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