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Video: आचार्य किशोर कुणाल बहू शांभवी चौधरी के लिए पहली बार करेंगे चुनाव प्रचार

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Shambhavi Choudhary ने प्रभात खबर के साथ विशेष बातचीत में कहा कि समस्तीपुर मेरे सासु मां (अनिता कुणाल) का मायका है. इसके साथ ही मेरे ससुर जी आर्चाय किशोर कुणाल ने भी इस क्षेत्र में काफी सामाजिक कार्य किए हैं. इसी कारण हमने समस्तीपुर को चुना है

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Shambhavi Choudhary बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना नामांकन करेंगी. चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने समस्तीपुर से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. यह पूछने पर क्या आचार्य किशोर कुणाल भी आपका चुनाव प्रचार करेंगे. शांभवी चौधरी ने कहा कि हां उन्होंने इसके लिए अपनी सहमति दे दी है. समस्तीपुर से ही चुनाव लड़ने का आपने फैसला क्यों लिया? इसपर उन्होंने कहा कि यह मेरी सासु मां का मायेका और ससुर जी की कर्मभूमि रही है. इसलिए यहां से मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया.शांभवी चौधरी ने प्रभात खबर से बातचीत में ये बातें कही.

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जमुई छोड़कर समस्तीपुर को क्यों चुना?
शांभवी चौधरी ने कहा कि जमुई मैं कभी भी गई नहीं और न ही कभी मैंने वहां पर चुनाव प्रचार किया. यह मात्र एक अफवाह है. दरअसल, मेरे पिता जी अशोक चौधरी जमुई के बिहार सरकार के प्रभारी मंत्री थे. मुझे लगता है कि इसी कारण इसकी चर्चा होने लगी. मै चुनाव लड़ना चाहती हूं, लेकिन जमुई से चुनाव लड़ना चाहती हूं. इसके लिए मैं और मेरे पति चिराग पासवान के संपर्क में थे. चुनाव घोषणा के बाद उन्होंने मेरे सामने समस्तीपुर का प्रस्ताव रखा जिसे मेरे परिवार के सभी सदस्यों ने स्वीकार कर लिया. मैंने और मेरे परिवार के सदस्य ने कभी नहीं कहा कि मैं जमुई से चुनाव लड़ना चाहती हूं.

समस्तीपुर को क्यों चुना
शांभवी चौधरी ने कहा कि समस्तीपुर मेरे सासु मां (अनिता कुणाल) का मायका है. इसके साथ ही मेरे ससुर जी आर्चाय किशोर कुणाल ने भी इस क्षेत्र में काफी सामाजिक कार्य किए हैं. मुझे लगा कि मुझे इसका लाभ मिलेगा. यही कारण है कि मैंने समस्तीपुर से चुनाव लड़ने को तैयार हो गई. उन्होंने कहा कि एक बेटी बनकर मैं समस्तीपुर की जनता की सेवा करना चाहती हूं.

आचार्य  किशोर कुणार अपका चुनाव प्रचार करेंगे
शांभवी चौधरी ने कहा कि हां चुनाव प्रचार के लिए उन्होंने अपनी समहति दे दी है. उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य जितना साथ देगा मैं उतना प्रचार करूंगा. समाज सेवा का उन्होंने अपना अनुभव भी मेरे साथ शेयर किया है.

सायण से आपकी पहली मुलाकात कहां हुई थी?
शांभवी चौधरी ने कहा कि हम दोनों की पहली मुलाकात 2017 के युथ पार्लियामेंट में हुई. यह मुलाकात पहले दोस्ती और फिर कब प्यार में बदल गया यह हम लोगों को भी नहीं पता चला. दोनों परिवार की रजामंदी के बाद हम लोगों ने शादी कर ली. और अब एक साथ एक नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं.

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