21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 11:44 am
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

डेढ़ किमी दूर से पानी ढोकर गांव ला रहे ग्रामीण

Advertisement

कटनी गांव में इन दिनों पेयजल की भयंकर समस्या उत्पन्न हो गयी है

Audio Book

ऑडियो सुनें

कौआकोल. प्रखंड की पाली पंचायत अंतर्गत कटनी गांव में इन दिनों पेयजल की भयंकर समस्या उत्पन्न हो गयी है. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. भीषण गर्मी के कारण पानी का स्तर नीचे चला गया है. इससे सभी चापाकल व कुआं सूख चुके हैं. इस गांव में सार्वजनिक तौर पर एक भी सबमर्सिबल नहीं हैं. इससे समस्या और भी गंभीर होती जा रही है. गांव में सात निश्चय योजना के तहत लगाये गये नल से भी लोगों की प्यास नहीं बुझा रही है. नल-जल योजना फ्लॉप होकर रह गयी है. ग्रामीणों की मानें, तो करीब एक वर्ष से जलापूर्ति ठप है. इसको लेकर ग्रामीणों ने कौआकोल बीडीओ सुनील कुमार चांद से शिकायत कर जलापूर्ति चालू कराने का आग्रह कर चुके हैं. इसके बावजूद इस भीषण गर्मी में जल की आपूर्ति शुरू नहीं हुई है. इधर, गांव में एक-दो सामर्थ्यवान लोग अपने निजी कार्य के लिए सबमर्सिबल लगा रखे हैं, पर उन वे सिर्फ अपने काम काज तक ही सीमित रखते हैं. लिहाजा उन सबमर्सिबल से आम लोगों को सुविधा नसीब नहीं हो पा रही है. ग्रामीणों की शिकायत है कि गांव में एक दो स्थानों पर पूर्व से ओपेन चापाकल लगा हुआ है, लेकिन पानी का स्तर नीचे चले जाने के कारण सभी चापाकल सूख गये हैं. इस कारण गांव वालों के सामने पीने की पानी की समस्या बिकराल बनी हुई है. सरकारी महकमा व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चापाकल की मरम्मति कराने के लिए कई बार आग्रह कर चुके हैं, किंतु ग्रामीणों के पेयजल की समस्या को लेकर उन लोगों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है. लिहाजा ग्रामीणों को डेढ़ किलोमीटर दूर के गांवों से पीने के लिए पानी ढोकर लाने पड़ रहे हैं.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें