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अहिल्याबाई के संघर्षपूर्ण जीवन से सीख लेने की जरूरत : डॉ विनोद

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राजेंद्र मेमोरियल महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में हुआ सेमिनार

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नवादा कार्यालय. राजेंद्र मेमोरियल महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ विनोद कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया. एनएसएस के प्रभारी डॉ नंदिता ने अहिल्याबाई होलकर के कृतित्व एवं परंपरा विषय पर आयोजित सेमिनार का संचालन किया. कार्यक्रम में दर्शनशास्त्र के डॉ आरती रानी शाह ने अहिल्याबाई के द्वारा किये गये कार्य व उनके जीवन पर विस्तृत चर्चा की. उनकी धर्म परायण होने के कारण उनके द्वारा विभिन्न मंदिरों का जीर्णोद्धार व निर्माण आदि पर चर्चा की. इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नंदिता ने अहिल्याबाई होलकर के बारे में कहा कि उनका जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा. उनके समय में महिलाओं के लिए शिक्षा, राजनीति और शासन में भाग लेना अत्यंत कठिन माना जाता था. उन्होंने समाज की रूढ़िवादी परंपरा को तोड़ते हुए न केवल साहसी कार्य किया, बल्कि अपने प्रेरणामय व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान बनायी. अनेक सामाजिक कल्याण कार्यक्रम को चलाया. इनकी पहल से जरूरतमंद लोगों को जरूरी संसाधन और सहायता प्रदान किया जाता था. इन्होंने कुटीर और लघु उद्योग को बढ़ावा दिया. माहेश्वरी की साड़ी की बुनायी उद्योग की भी शुरुआत की. कृषि को बेहतर बनाने के लिए सिंचाई की सुविधा और लगान कम किया. निःसंतन विधवा की संपत्ति को अब राजकोष में नहीं मिलाने का प्रावधान बनाया. पति की संपत्ति पर विधवा को अधिकार दिया गया. सती प्रथा का इन्होंने पुरजोर विरोध किया. महिला सशक्तीकरण को काफी बढ़ावा दिया. एक न्याय प्रिय शासिका के रूप में इन्होंने अपनी पहचान बनायी. समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार पटेल ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण पर विशेष रूप से ध्यान दिया था. प्राचार्य डॉ विनोद कुमार ने बताया कि अहिल्याबाई होलकर ने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने एवं व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सड़क मार्ग बनवाया, मंदिरों का जीर्णोद्धार करना व धर्मशाला आदि का निर्माण कराया. निबंध प्रतियोगिताएं की गयीं आयोजित अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर निबंध प्रतियोगिता करायी गयी. इसमें प्रथम स्थान खुशी व मोनी, द्वितीय स्थान कोमल कुमारी और तृतीय स्थान सुप्रिया भारती और खुशी कुमारी ने प्राप्त की. इन छात्राओं के बीच पुरस्कार का वितरण प्राचार्य ने किया. कार्यक्रम में डॉ रितु कुमारी, कर्मचारी रवि शंकर, सोनू कुमार, शंकर कुमार, धर्मपाल कुमार, मुकेश कुमार, कंचन एवं महाविद्यालय की छात्राएं शिवानी स्वामी, प्रियंका, प्रीति आदि ने सहयोग किया.

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