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लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई नौनिहालों की पाठशाला, कई स्कूलों में रही आधी-अधूरी तैयारी, नहीं बंटे मास्क

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बिहार में सरकारी व निजी स्कूलों में वर्ग एक से पांच तक की कक्षाएं शुरू हो गयी. पहले दिन अधिकतर स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए राज्य सरकार ने प्राथमिक स्तर की कक्षाओं को एक मार्च से खोलने का निर्देश दिया था. कई स्कूलों में तैयारियां आधी-अधूरी थीं.

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बिहार में सरकारी व निजी स्कूलों में वर्ग एक से पांच तक की कक्षाएं शुरू हो गयी. पहले दिन अधिकतर स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए राज्य सरकार ने प्राथमिक स्तर की कक्षाओं को एक मार्च से खोलने का निर्देश दिया था. कई स्कूलों में तैयारियां आधी-अधूरी थीं. शहर के प्रायः सभी सरकारी विद्यालयों में मास्क की अनुपलब्धता की बात सामने आयी. स्कूलों में उपस्थिति कम होने के कारण पहले दिन तो जैसे-तैसे व्यवस्था कर छात्रों को मास्क उपलब्ध कराया गया. लेकिन अगले दो-तीन दिनों में उपस्थिति बढ़ेगी.

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इसके बाद और अधिक मास्क की जरूरत पड़ेगी. शहर के कटरा बरादरी में स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रातः कालीन सत्र में संचालित हो रही थी. यहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले दिन करीब 40 बच्चे स्कूल आये. स्कूल में वर्ग एक से पांच तक के कुल 135 बच्चे नामांकित हैं. शिक्षिका सीमा कुमारी ने बताया कि सभी बच्चों को अभिभावकों से अनुमति लेकर स्कूल आने के निर्देश दिये गये हैं.

अभिभावकों को भी बच्चों को पूरी सतर्कता के साथ स्कूल भेजने की बात समझायी गयी है. वहीं शहर के गंडक नगर स्थित डीएवी, दहियांवा स्थित आदर्श मध्य विद्यालय, चंद्रदीप मध्य विद्यालय, रतनपुरा, भगवान बाजार आदि मुहल्लों में स्थित प्रारंभिक विद्यालयों की कक्षाओं में पहले दिन काफी कम उपस्थिति देखने को मिली.

अभिभावक रहे चिंतित, छात्रों में दिखा उत्साह

स्कूल के पहले दिन अभिभावकों को अपने नौनिहालों को सतर्कता के साथ स्कूल भेजने की चिंता रही. कई अभिभावक बच्चों को स्कूल छोड़ने आये. वहीं स्कूल प्रबंधन से मिलकर वहां मौजूद व्यवस्थाओं की जानकारी ली व बच्चों को सुरक्षित रूप से वर्ग में बैठाये जाने को लेकर बातचीत करते रहे.

स्कूल द्वारा सैनिटाइजर की व्यवस्था थी. सभी बच्चों को हैंड सैनिटाइज कराने के बाद स्कूल में प्रवेश कराया गया. वहीं स्कूल के पहले दिन छोटे बच्चों में उत्साह देखा गया. सुबह पूजा-पाठ करके अपने अभिभावकों से आशीर्वाद लेने के बाद नौनिहालों ने स्कूल की ओर कदम बढ़ाये. प्राथमिक विद्यालय बरादरी के छात्र-छात्राओं ने बताया कि इतने दिनों बाद स्कूल खुलने से उन्हें काफी अच्छा लग रहा है. पहले दिन उपस्थिति भले कम रही, लेकिन छात्रों का उत्साह बरकरार दिखा.

निजी स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति रही कम

सरकारी स्कूलों के साथ भी निजी स्कूलों में भी पहले दिन काफी कम उपस्थिति रही. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि सभी निजी विद्यालयों को सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल खोलने के निर्देश दिये गये है. कई अभिभावक अब भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने से घबरा रहे है.

निजी विद्यालयों में सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये गये है. शहर के कुछ स्कूलों के मुख्य गेट पर ही सैनिटाइजेशन की व्यवस्था दिखी. शिक्षक भी बच्चों से सोशल डिस्टैसिंग बनाकर कक्षाओं में पढ़ाते हुए दिखे. निजी स्कूलों में अभी 15 दिनों तक पिछली कक्षाओं की पढ़ाई को अपडेट कराया जायेगा. जिसके बाद बच्चों को नये सत्र में दूसरे क्लास के लिए प्रमोट कर दिया जायेगा.

50 फीसदी उपस्थिति के आधार पर चलेंगी कक्षाएं

वहीं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा राजन कुमार गिरि ने बताया कि स्कूलों में 50 फीसदी उपस्थिति के आधार पर वर्ग संचालन हेतु निर्देशित किया गया है. जिले में करीब 2200 प्रारंभिक विद्यालय संचालित होते है. इनमें करीब नौ सौ स्कूलों में वर्ग एक से पांच तक की प्राथमिक कक्षाएं चलती है.

पूर्व से ही माध्यमिक व प्रारंभिक स्तर की कक्षाएं संचालित हो रही है. उन्हीं निर्देशों के तहत वर्ग एक से पांच तक के बच्चों को भी पढ़ाया जायेगा. हैंड सैनिटाइजेशन पर भी विशेष ध्यान दिये जाने हेतु प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है. बच्चों को अपने अभिभावकों से अनुमति पत्र साथ लाना होगा.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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