17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Vijay Diwas: मुजफ्फरपुर के वीर सपूतों ने पाकिस्तान को दी थी करारी शिकस्त, जानें उनकी बहादुरी की कहानी

Advertisement

Vijay Diwas: भारतीय इतिहास के पन्नों में 16 दिसंबर, 1971 का दिन हमारे गौरव का प्रतीक बनकर हमेशा रहेगा. इस दिन भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में करारी शिकस्त दी थी, और इस युद्ध में करीब 3900 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 9851 घायल हुए थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Vijay Diwas: भारतीय इतिहास के पन्नों में 16 दिसंबर, 1971 का दिन हमारे गौरव का प्रतीक बनकर हमेशा रहेगा. इस दिन भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में करारी शिकस्त दी थी, और इस युद्ध में करीब 3900 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 9851 घायल हुए थे. युद्ध के बाद पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था और पूर्वी पाकिस्तान आज़ाद होकर बांग्लादेश के रूप में उभरा था.

- Advertisement -

मुजफ्फरपुर के कई वीर जवानों ने भारतीय सेना का नाम रोशन किया

इस युद्ध में मुजफ्फरपुर के कई वीर जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों का डटकर सामना किया और अपने साहस और शौर्य से भारतीय सेना का नाम रोशन किया. 16 दिसंबर की तारीख आते ही उन वीर सैनिकों की यादें ताजगी से उभर आती हैं, जिन्होंने इस युद्ध में भाग लेकर पाकिस्तान के सैनिकों को हराया था.

वीर जवानों की कहानी

युद्ध के बारे में सैनिक ने बताया, “मैं लखनऊ में वायरलेस ऑपरेटर के रूप में कार्यरत था, जब युद्ध की शुरुआत हुई तो मुझे ढाका भेजा गया. वहां हम आठ सैनिकों ने घात लगाकर पाकिस्तानी सैनिकों के काफिले पर हमला किया. इस हमले में कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, लेकिन हम भी फायरिंग के दौरान बेहोश हो गए. सेना ने मुझे मृत समझकर घर पर टेलीग्राम भेजा, लेकिन बाद में जब मेरी होश आई तो सेना ने मुझे जिंदा होने का संदेश भेजा.”

युद्ध के दौरान अनुभव

दूसरे एक और सैनिक ने युद्ध के अनुभवों को साझा किया, “युद्ध के दौरान मैं ढाका में था और रात भर वायरलेस की बैट्री चार्ज करता था. बिजली की कमी के कारण हमें जेनरेटर चलाकर काम करना पड़ता था. युद्ध के दौरान हम हमेशा सतर्क रहते थे, क्योंकि किसी भी समय पाकिस्तानी सैनिकों का हमला हो सकता था.”

ये वीरता की कहानियाँ भारतीय सैनिकों के साहस और समर्पण की मिसाल पेश करती हैं, और हर साल 16 दिसंबर को इस युद्ध में योगदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें