18.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

मुजफ्फरपुर में मिट्टी जांच का बढ़ा लक्ष्य, अब 15 सैंपल की होगी जांच

Advertisement

सैंपल जांच का बढ़ा लक्ष्य

Audio Book

ऑडियो सुनें

– जिले के प्रत्येक पंचायत में चालीस सैम्पल की होगी जांच -किसानों को संपन्न बनाने के लिए विभाग ने शुरू की योजना – विशेष अभियान के तहत रिपोर्ट आधारित खेती करायेगा विभाग सुनील कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर सरकार किसानों की दशा सुधार उन्हें संपन्न बनाने के लिये कई कदम उठा रही है. इसी क्रम में अब जिले में मिट्टी जांच की रिपोर्ट पर आधारित खेती कराने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर मिट्टी जांच का सैंपल लेने का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है. पिछले साल की तुलना में ढाई गुना लक्ष्य बढ़ाया गया है. पिछले साल छह हजार मिट्टी जांच के लिए सैंपल लेने का लक्ष्य था. जिसे इस बार बढ़ाकर 15 हजार 520 कर दिया गया है. हर पंचायत से लिया जायेगा मिट्टी का 40 सैंपल सहायक निदेशक रसायन मिट्टी जांच प्रयोगशाला कुणाल सिंह ने बताया कि पंचायत स्तर पर कृषि विभाग ने जांच के लिए मिट्टी का सैंपल लेने को टीम गठित कर दिया है. जिले की एक पंचायत से मिट्टी जांच को 40 सैंपल लिया जायेगा. मिट्टी जांच के बाद उससे जुड़ी जानकारियां किसानों को दी जायेगी. कृषि विभाग स्वॉयल हेल्थ कार्ड से यह पता चलेगा कि मिट्टी कितनी उपजाऊ है और किस फसल के लिए उपयोगी है. कार्ड के अनुसार ही खेती करने के लिए कृषि विभाग किसानों को प्रेरित करेगा. तीन साल तक स्वॉयल हेल्थ कार्ड की रहेगी वैधता सहायक निदेशक रसायन मिट्टी जांच प्रयोगशाला ने बताया कि मिट्टी जांच किसानों के लिए काफी फायदेमंद होगी. स्वॉयल हेल्थ् कार्ड की वैद्यता तीन साल तक होती है. इसमें यह बताया जाता है कि जिस मिट्टी की जांच की गई है उसमें क्या क्या पोषक तत्व है. इसके अनुसार खेती करने से अधिक उपज होगी. इससे उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलेगा. कृषि विभाग का मानना है कि तीन साल के बाद ही मिट्टी की क्षमता में बदलाव होता है. इसलिए एक बार मिले कार्ड से किसान तीन साल तक खेती कर सकते है. रबी फसल के कटनी के बाद लिया जायेगा सैंपल कृषि विभाग रबी फसल के बाद ही मिटटी का सैंपल लेना शुरू कर देगा. इसमें सबसे अधिक कुढ़नी प्रखंड में 1560 सैंपल लिया जायेगा. वहीं सबसे कम मुरौल प्रखंड में 360 सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है. इधर जिले के औराई में 1040, बंदरा में 480, बोचहां में 800, गायघाट में 920, कांटी और कटरा में 880-880, मड़वन में 560, मीनापुर में 1120, मोतीपुर में 1320, मुशहरी में 1040, पारू में 1360, साहेबगंज में 880, सकरा में 1120, सरैया में 1200 सैंपल लिया जायेगा. कृषि विभाग के अनुसार, रबी फसल की कटनी के बाद ही मिट्टी जांच के लिए सैंपल लिया जायेगा.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें